- दस हजार कर्मचारियों को धूम्रपान रोकने की दी जाएगी एक दिन की ट्रेनिंग

- सार्वजनिक धूम्रपान करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

LUCKNOW: धूम्रपान आज एक बड़ी प्रॉब्लम बन कर सामने आ रहा है। इससे हर वर्ष हजारों लोगों की मौत हो रही है और लाखों लोग चपेट में आकर गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे है। लखनऊ के लोगों को धूम्रपान की आदत छुड़ाने के लिए प्रशासन ने कमर कसी है। डीएम के निर्देश पर लखनऊ को तम्बाकू मुक्त बनाने का अभियान चलाया जाएगा। जिसमें सबसे पहले दस हजार कर्मचारियों को धूम्रपान रोकने के लिए एक दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करने वालों के खिलाफ सस्ती से कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया है।

एक दिन की दी जाएगी ट्रेनिंग

जिलाधिकारी राज शेखर की अध्यक्षता में सैटर्डे को उनके शिविर कार्यालय में जिला स्तरीय तम्बाकू नियंत्रण समिति की बैठक हुई जिसमे निर्णय लिया गया है कि शीध्र ही जनपद के दस हजार अधिकारियों कर्मचारियों को तम्बाकू, खैनी, सिगरेट, बीड़ी व अन्य तरीके से धूम्रपान का प्रयोग रोकने के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा। यह प्रशिक्षिण कार्यक्रम एक दिन का होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा तय करने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को जिलाधिकारी ने जिम्मेदारी सौंपी है। बैठक में तय किया गया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों को शामिल किया जायेगा। इसमे ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों, वार्ड सदस्यों, पर्वतन अधिकारियों, राजस्व अधिकारियों, स्कूल प्रधानाचार्यो, प्रबंधक, माल संचालको आदि को शामिल किया जायेगा। बैठक में इस बात पर चिन्ता व्यक्त की गई है।

कड़ाई से लागू किए जाए कानून

जन जागरूकता के अभाव में बड़ी संख्या में लोग तम्बाकू, बीडी, सिगरेट और अन्य तरीके से धूम्रपान करके फेफड़े और कैंसर की बीमारियों से ग्रस्त हो रहे है साथ ही उनके आस पास रहने वाले लोग भी धूम्रपान के दुष्प्रभाव से पीडित हो रहे है। बैठक में बताया गया कि एक धूम्रपान करने वाले को होने वाली क्षति से ज्यादा आस पास के उन लोगो को नुकसान होता है जो धूम्रपान न करते हुए भी पैसिव स्मोकिंग के शिकार होते है। लोगो को इस अनचाही क्षति से बचाने के लिए ही सार्वजनिक जगहो में स्मोकिंग निषेध का कानून लाया गया है। बैठक मे उपस्थित सदस्यो ने स्मोकिंग निषेध कानून को कड़ाई से लागू किये जाने का समर्थन किया और कहा कि इसके रोकथाम मे ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल किये जाने चाहिए। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ। एसएनएस यादव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive