कल आये आईएससी बोर्ड के रिजल्ट के बाद शहर के टॉपर्स ने कहा है कि उनका सपना है सोसाइटी में बदलाव लाने का।

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PRAYAGRAJ: आईएससी में 99 परसेंट हासिल करके स्कूल टापर और शहर का मान बढ़ाने वाली वेदिका पांडेय साइकोलॉजी में डिग्री हासिल करना चाहती हैं. वह कहती हैं कि डीयू से साइकोलॉजी में डिग्री लेने के बाद उन्हें अपने पिता की तरह ही सिविल सर्विसेज की तैयारी करनी है. इसके बाद आईएएस अधिकारी बनना है ताकि सोसाइटी में जरूरी बदलाव ला सकें. वेदिका के पिता शेषमणि पांडेय आईएएस अधिकारी हैं और संत रविदास नगर भदोही में मुख्य कार्यपालक अधिकारी के पद पर तैनात है. दो बहनों में छोटी वेदिका की बड़ी बहन उदिता पांडेय है. मां अनुश्री पांडेय हाउस वाइफ हैं. सिविल सर्विसेज में जाने के कारण पूछने पर वेदिता ने बताया कि वह शुरू से अपने पिता को देखते आई हैं. अपने पिता से ही उनको प्रेरणा मिली कि वह भी सिविल सर्विसेज की तैयारी करें और एक बेहतर आईएएस अफसर बनकर सोसाइटी की सेवा कर सकें. वेदिता अपनी सफलता का श्रेय अपने स्कूल एसएमसी की टीचर्स और पैरेंट्स को देती हैं.

इंजीनियरिंग में है कॅरियर बनाना

सेंट मेरीज कॉन्वेंट इंटर कालेज की दसवीं की छात्रा गरिमा जोशी ने 97.4 प्रतिशत मा‌र्क्स हासिल किए हैं. गरिमा के पिता राजेन्द्र जोशी पेशे से नगर निगम में इंजीनियर हैं. मां कमला जोशी हाउस वाइफ हैं. तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी गरिमा के बड़े भाई सुमित जोशी भी पेशे से इंजीनियर हैं और अब्रॉड में रहते हैं. बड़ी बहन विनीता जोशी भी एमटेक की छात्रा हैं. गरिमा का भी इंजीनियरिंग में ही कॅरियर बनाने का सपना है. वह कहती हैं कि घर में लगभग सभी इंजीनियर हैं. उन्हें भी पीसीएम सब्जेक्ट्स सबसे अधिक पसंद हैं. यही कारण है कि वह भी इंजीनियरिंग के फील्ड में कॅरियर बनाना चाहती हैं. इंजीनियरिंग के बाद का अभी फिलहाल उन्होंने कुछ नहीं सोचा है. ऐसे में उनका पूरा फोकस इंटरमीडिएट में भी टॉप रैंक लाने पर है.

Posted By: Vijay Pandey