RANCHI: एयरपोर्ट पर तीन मिनट में तबाही फैलानेवाले टॉरनेडो का फैलाव 10 किमी के दायरे में था और इसकी स्पीड 100 किमी प्रति घंटे थी. ये जानकारी बिरसा मुंडा एयरपोर्ट का टॉरनेडो की तबाही के बाद का इंस्पेक्शन करने गए मौसम विभाग के डायरेक्टर जीके मोहती ने बताई. उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट के आसपास टॉरनेडो बनने की परिस्थितियां अनुकूल थी और स्थिति पिछले दो दिनों से बन रही थी.

अनुकूल थी स्थितियां
दोपहर एक बजे टॉरनेडो की तबाही का आकलन करने गए मोहंती ने बताया कि पिछले दो दिनों से टॉरनेडो के बनने की मौसमी स्थितियां बन रही थीं। बारिश नहीं होने के कारण टेम्प्रेचर बढ़ रहा था और वायुमंडल में नमी का प्रवाह था। इससे गरजनेवाले बादल बने और धरती पर स्ट्रांग कनवर्जेंस शुरू हुआ। इससे वायुमंडल के निचले हिस्से में फास्ट रोटेशन शुरू हुआ और इससे चक्रवात या टॉरनेडो का जन्म हुआ। यह एयरफील्ड के साउथ ईस्ट डायरेक्शन के ऊपर बनना शुरू हुआ और धीरे-धीरे तेज होते हुए वेस्ट डायरेक्शन की ओर बढ़ चला। उन्होंने बताया कि 100 किमी की स्पीडवाले टॉरनेडो ने पेड़ उखाड़ दिया है।

बनता है मॉनसून के पहले
श्री मोहंती ने बताया कि टॉरनेडो अक्सर मॉनसून आने से पहले बनता है और यह बंगाल, उड़ीसा और बिहार में अक्सर देखा जाता है। यह इतना पावरफुल होता है कि इसकी चपेट में जो मकान या पेड़ आता है, उसे यह बर्बाद कर देता है। उन्होंने बताया कि टॉरनेडो बनने में थंडरस्ट्रोम की अहम भूमिका होती है, लेकिन हर थंडरस्ट्राम से टॉरनेडो नहीं बनता है। इसलिए इसकी पहले चेतावनी देना मुश्किल काम है।

उखड़ गई रूफ
टॉरनेडो से हुए नुकसान की जानकारी देते हुए एयरपोर्ट डायरेक्टर राघवेंद्र राजू ने बताया कि टॉरनेडो की वजह से नई टर्मिनल बिल्डिंग का 450 स्क्वॉयर मीटर रूफ उखड़ गया। कुछ गमले टूट गए। ये 50 मीटर की दूरी में जा गिरे। इसने तीन ट्रॉली को भी पांच फीट ऊपर उठाकर फेंक दिया। घटना के वक्त एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मच गई थी।

बंगाल की खाड़ी से पैदा हुआ टॉरनेडो
जी मोहंती ने बताया कि ट्यूज्डे को शाम चार बजे से शुरू हुई बारिश की वजह बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय घूर्णन की प्रक्रिया का शुरू होना है। यह बंगाल की खाड़ी से लेकर उड़ीसा के तटीय भाग तक विस्तृत है। इससे मॉनसूनी बारिश झारखंड के ऊपर हो रही है। झारखंड के ऊपर एक टर्फ लाइन भी गुजर रही है। इससे अगले दो दिनों में झारखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश की भी संभावना है। इसके लिए मौसम विज्ञान विभाग की ओर से वार्निंग जारी कर दी गई है। एन्वॉयरन्मेंटलिस्ट डॉ नीतिश प्रियदर्शी ने बताया कि रांची में टॉरनेडो पहले भी आ चुके हैं।

Posted By: Inextlive