खिलौने वाली पिस्तौल से लूटने चला था चौकीदार, छीनाझपटी में रिवाल्वर टूटने पर खुला भेद
मुंबई (मिड-डे)। मुंबई के मलाड ईस्ट में एक कमर्शियल बिल्डिंग में 15 साल से चौकीदार का काम करने वाले एक 46 वर्षीय व्यक्ति ने उसी बिल्डिंग में कंपनी चलाने वाले दो व्यापारियों को खिलौने वाली पिस्तौल से लूटने की कोशिश की लेकिन वह इस घटना को अंजाम तक पहुंचाने में विफल रहा। दरअसल, जिन दो व्यापारियों को उसने निशाना बनाया, उनमें से एक ने बंदूक पकड़ ली और उसका एक हिस्सा टूट गया। पिस्तौल टूटने के बाद पता चला कि वह प्लास्टिक का है, इस खुलासा के बाद दोनों व्यापारियों ने आरोपी को पकड़ लिया और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया।10 मई को हुई यह घटना
बता दें कि पीड़ित 50 वर्षीय समीर गांधी और उनके भाई कार्तिक गांधी मलाड ईस्ट में चावड़ा कमर्शियल सेंटर में 'गांधी ऑटोमेशन प्राइवेट लिमिटेड' नाम की एक कंपनी चलाते हैं। दोनों भाई आमतौर पर सुबह 8.30 बजे के आसपास ऑफिस जाते हैं और लगभग शाम 8 बजे निकल जाते हैं। 10 मई को, यह घटना तब हुई जब वे उसी समय के आसपास अपने ऑफिस से निकल रहे थे और दूसरी मंजिल की सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे। समीर ने कहा, 'जैसे ही हम कुछ सीढ़ियों से नीचे उतरे, मुझे पीछे से एक आवाज सुनाई दी। हमने मुड़कर देखा कि एक शख्स नकाब पहने हुए है।उसने हमारे पास मौजूद सभी पैसों की मांग की और गोली मारने की धमकी दी। हम इस घटना के बाद काफी सहम गए, हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आगे क्या करना है।'रायबरेली विधायक अदिति सिंह पर हमला, जिला पंचायत सदस्य को किया अगवाआरोपी को पकड़ने में अन्य लोगों ने भी की सहायता
जब समीर ने बंदूक पकड़ने की कोशिश की, तो उसका एक हिस्सा टूट गया और पता चला कि यह प्लास्टिक से बना है। उन्होंने आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, तो वह लॉबी की तरफ भाग गया। हालांकि, उन्होंने उसका पीछा किया और उसे पकड़ने में कामयाब रहे। आरोपी को पकड़ने में बिल्डिंग के अन्य लोगों ने भी भाइयों की सहायता की। नकाब हटाने के बाद पता चला कि व्यापारियों को लूटने की कोशिश करने वाला व्यक्ति उसी बिल्डिंग का चौकीदार वीरेंद्र कुमार शर्मा है। उसे तुरंत बांगुर नगर पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस ने बताया कि शर्मा पर आईपीसी की धारा 393 (डकैती का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे पैसे की जरूरत थी क्योंकि वह अपने गांव जाना चाहता था। उसने सोचा कि गांधी अपने बैग में पैसे ले जा रहे होंगे, इसलिए, उन्हें लूटना आसान होगा। आरोपी को जुडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है।