- 1:45 बजे तक दुरुस्त थी पटरियां - 2 बजे के बाद घटना को दिया गया अंजाम - 4:20 बजे पेट्रोलिंग के दौरान पेन्डरोल क्लिप गायब मिली - 5:40 बजे ट्रैक को किया गया फिट - 6 बजे ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ - 77 स्लीपरों से निकाल लिए 308 पेन्डरोल क्लिप - क्लिप निकलने की सूचना मिलते ही कई ट्रेनों का रोका गया lucknow@inext.co.in LUCKNOW: रेलवे कर्मचारियों की सर्तकता के चलते राजधानी में रेल पलटने की साजिश नाकाम हो गई। रेलवे ट्रैक से छेड़खानी की समय से सूचना मिलने पर आनन-फानन में इस रूट पर ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया। मामले की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आपराधिक तत्वों ने डालीगंज से बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के बीच 77 स्लीपरों से 308 पेन्डरोल क्लिप निकाले थे। साथ ही कई लाइनरों को भी क्षतिग्रस्त किया था। इस मामले ने जहां रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है तो वहीं बीच शहर में हुई घटना से यात्रियों के बीच दहशत फैल गयी है। सुबह पेट्रोलिंग में पता चला सुबह 4.20 बजे टै्रक की पेट्रोलिंग करने पहुंचे कर्मचारियों ने जब मौके पर पेन्डरोल क्लिप गायब मिली तो उन्हें तुंरत इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों की नींद उड़ गई। तत्काल इस मार्ग पर ट्रेनों का संचालन बंद कराया गया। हालांकि रेलवे इंजीनियरों की टीमों ने भी तुरंत ही एक्शन लिया और पेन्डरोल क्लिप लगाने के साथ ही लाइनरों को ठीक करने का काम शुरू किया। सुबह 5.40 बजे तक टै्रक को फिर से फिट कर दिया गया और सुबह लगभग 6 बजे से इस रेलखंड पर फिर से ट्रेनों के संचालन शुरू हो गया। टै्रकमैनों की सतर्कता को देखते हुए उन्हें सम्मानित भी किया गया। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने दोनों टै्रकमैन संजय और शिवशंकर को नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। निकली पड़ी थी पेन्डरोल क्लिप रविवार की सुबह पूर्वोत्तर रेलवे के टै्रकमैन डालीगंज से बादशाहनगर के बीच पटरियों की पेट्रोलिंग का काम संजय और शिव शंकर कर रहे थे। रेलखंड के खंभा नंबर 772/4 पर पहुंचते ही दोनों के होश उड़ गए। उन्होंने देखा की लाइन से दर्जनों स्लीपरों की पेन्डरोल क्लिप निकली हुई है। इसके बाद हरकत में आए रेल प्रशासन की इंजीनियरिंग टीम को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए गए। इंजीनियरों ने तेजी से काम शुरू किया और लगभग एक घंटे में काम पूरा कर इस ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन शुरू करवाया। कोट इस मामले की जांच के लिए आईजी रेलवे से कहा गया है। आरपीएफ को भी टै्रक पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारा कर दिए गए हैं। अज्ञात आपराधिक तत्वों के खिलाफ महानगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है। विजय लक्ष्मी कौशिक डीआरएम, एनईआर बाक्स - रोक दी गई ट्रेनें पटरियों से पेन्डरोल क्लिप गायब होने की सूचना मिलते ही ट्रेनों का संचालन रुकवाया गया। इस दौरान गोरखधाम एक्सप्रेस को बादशाहनगर और कैफियात एक्सप्रेस को डालीबाग रेलवे स्टेशन पर रोका गया। कई अन्य ट्रेनों को लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया। टै्रक की मरम्मत का काम पूरा होने पर ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया। बाक्स पटरियों का स्लीपरों से बांधने का काम करती हैं पेन्डरोल क्लिप पेन्डरोल क्लिप स्लीपरों को पटरियों से बांधने के काम में आती हैं। इन क्लिपों के न होने पर दुर्घटना हो सकती है। ट्रेन आने पर ट्रैक के फैलने का खतरा रहता है। इसके साथ ही स्लीपरों और पटरियों के बीच एक लाइनर भी लगाया जाता है, यह रबड़ का होता है। आपराधिक तत्वों ने पेन्डरोल क्लिप के साथ कई लाइनरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था। पटरियों के आसपास ही पड़े थे पेन्डरोल क्लिप घटना के बाद रेलवे और जीआरपी के अधिकारियों को इस बात की आशंका थी कि कहीं इस घटना को स्मैकिये या लोहा चोरी करने के उद्देश्य से तो अंजाम नहीं दिया गया। लेकिन जब मौके पर ही सभी पेन्डरोल क्लिप मिल गए तो यह स्पष्ट हो गया कि किसी साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया है। डीआरएम विजयलक्ष्मी कौशिक ने बताया कि अधिकांश पेन्डरोल पटरियों के किनारे और आसपास फैली झाडि़यों में मिल गए। आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने झाडि़यों और आसपास के इलाके से पेन्डरोल क्लिप बरामद की। बाक्स रात 1.45 बजे तक दुरस्त थी पटरियां डीआरएम विजयलक्ष्मी कौशिक ने बताया कि डालीगंज से बादशाहनगर के बीच रात 1.45 बजे तक पटरियों से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई थी। सब कुछ बिल्कुल ठीक था। रात में गई पेट्रोलिंग की टीम ने टै्रक जांच कर अपनी रिपोर्ट दी थी। अनुमान है कि रात दो बजे के बाद ही आपराधिक तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया।

Posted By: Inextlive