-पहाड़ के विभिन्न एरिया में जाने वाले यात्रियों को झेलनी पड़ी परेशानी

-रिस्पना पुल और राजपुर स्टैंड से नहीं मिली किसी ट्रैकर्स में सीट

-दीपावली पर अपने घरों को जाने वाले कुछ यात्री मायूस होकर लौटे वापस

DEHRADUN : दीपावली त्योहार पर अपने घरों तक जाने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। विशेष रूप से पहाड़ के तमाम स्थानों तक जाने के लिए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वेडनसडे को रिस्पनापुल पर यात्रियों को ट्रैकर न मिलने से काफी परेशानी झेलनी पड़ी। दरअसल, रिस्पनापुल स्थित दून गढ़वाल ट्रैकर जीप कमांडर टैक्सी स्टैंड से हर रोज करीब 60 से 70 ट्रैकर प्रदेश के विभिन्न जिलों व क्षेत्रों में आवागमन करते हैं। इनमें प्रमुख रूप से श्रीनगर, कोटद्वार, कर्णप्रयाग, चमोली, गोपेश्वर, काशीपुर, गौचर, टिहरी, उत्तरकाशी, घनसाली, चिन्यालीसौड़ आदि जगहों के लिए यहां से ट्रैकर चलते हैं।

सीट के लिए रही मारामारी

वेडनसडे को ट्रैकर में सीट के लिए यात्रियों के बीच मारामारी रही। कई लोगों को जब ट्रैकर सीट नहीं मिली तो ट्रैकर बुक भी करवाए गए। वहीं कई लोगों को मायूस होकर वापस भी लौटना पड़ा। वहीं कुछ टैक्सी चालकों ने भी यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाकर उनसे निर्धारित किराए से अधिक किराया वसूला। एसोसिएशन की ओर से यात्रियों की भीड़ को मद्देनजर विभिन्न रूट पर टै्रकर के फेरे भी बढ़ाए गए, लेकिन बावजूद इसके टै्रकर व टैक्सी की शॉर्टेज रही, जिसके कारण लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ा। यही हाल राजपुर रोड स्थित एमडीडीए टैक्सी स्टैंड में भी रहा। यहां से उत्तरकाशी, चिन्यालीसौड़, बड़कोट, पुरोला सहित तमाम एरिया के लिए टैक्सी चलती है, लेकिन दीपावली के मौके पर वेडनसडे को टैक्सी की शॉर्टेज रही।

'करीब 60 से 70 टैक्सी, कमांडर आदि यहां से हर रोज पहाड़ के विभिन्न एरिया के लिए संचालित होते हैं। इसके बावजूद दीपावली पर यात्रियों की भीड़ अधिक बढ़ने से टैक्सी की कुछ शॉर्टेज पड़ रही है, लेकिन व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए पहाड़ के विभिन्न एरिया में वाहन स्वामियों को अपनी गाडि़या भेजने के लिए कहा गया है। अतिरिक्त ट्रैकर मिलने से व्यवस्थाएं कुछ हद तक सुधर सकती हैं।

-सत्यदेव उनियाल, सचिव, दून गढ़वाल ट्रैकर कल्याण संचालन समिति (रिस्पना पुलल)

Posted By: Inextlive