जाम में फंसी एबुलेंस, घायल अभ्यर्थी की हुई मौत

-सीटीईटी अभ्यर्थियों की भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने नहीं कोई इंतजाम, पूरे शहर में सुबह से रात तक रहा जाम

रविवार होने के बावजूद बनारस इस तरह जाम की चपेट में आया कि जानलेवा साबित हो गया। गाजीपुर से सीटीईटी की परीक्षा देने आया अभ्यर्थी भुल्लनपुर चौराहे के पास ऑटो पलटने से गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों की सूचना पर एंबुलेंस मंडलीय हॉस्पिटल से चली तो जरूर उसे लेने लेकिन शहर में लगे भीषण जाम की चपेट में आ गयी। उसे मौके पर पहुंचने में आधा घंटा से ज्यादा समय लग गया। तब तक घायल अभ्यर्थी की मौत हो गयी। सीटीईटी के लिए हजारों कैंडीडेट्स शहर में जुटेंगे यह जानते हुए लोकल एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से कोई इंतजाम नहीं किया गया। इसका खामियाजा शहरवासियों के साथ ही बाहर से आए अभ्यर्थियों व अन्य लोगों भुगता। जो जाम में फंसा वो यही कहता रहा कि इतना भीषण जाम उसने पहले नहीं देखा था।

अटकी रही सांस

गाजीपुर के चकमताली (पोस्ट शादियाबाद) निवासी राजकुमार (32) रविवार को परीक्षा देने के लिए बनारस पहुंचा था। सुबह आठ बजे भुल्लनपुर चौराहे के समीप वो ऑटो पलट गया जिसमें वह सवार था। राजकुमार ऑटो के नीचे दब गया। मंडलीय हॉस्पिटल में उसे ले जाया गया जहां डाक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। यही नहीं

जाम की वजह से मलदहिया पर फंसी एक अन्य एबुलेंस में दर्द से कराहती पीडि़ता को मंडलीय हॉस्पिटल पहुंचने में काफी परेशानियां झेलनी पड़ी। जरूरी सुविधाएं प्रभावित हुई। जो इस जाम की चपेट में आया उसकी सांस ही अटरी रही कि जब तक अपने पड़ाव पर नहीं पहुंच गया।

हर तरफ हुआ हंगामा

शहर में आए सीटीईटी के हजारों अभ्यर्थियों की भीड़ के मद्देनजर प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं होने का नतीजा रहा कि सुबह से लेकर देर रात शहर की लगभग हर सड़क पर जबरदस्त जाम रहा। गाडि़यां रेंगती रहीं, पैदल भी चलने की जगह नहीं मिल रही थी। मिनटों की दूरी घंटों में पूरी हुई। कैंडीडेट्स को सेंटर तक पहुंचने में भी भारी परेशानी हुई। वहीं जब उनके लौटने का वक्त हुआ तो स्थिति और विकट हो गयी। रोडवेज बस स्टेशन से लेकर कैंट रेलवे स्टेशन तक जमकर हंगामा हुआ।

हर सड़क पर रहा कब्जा

सीटीईटी दो पालियों में हुआ।

एग्जाम शुरू होने और खत्म होने के दौरान जब हजारों कैंडीडेट्स एग्जाम सेंटर पर जुटे तो सड़कों पर उनका ही कब्जा रहा। गाडि़यों के चलने के लिए जगह ही नहीं बची। देखते ही देखते जाम लग गया। लंका से लेकर कमच्छा, सिगरा, मलदहिया, तेलियाबाग, अंधरापुल व कैंट आदि एरिया जाम से जनता कराहती रही। कुछ जगहों पर टै्रफिक सिविल पुलिस के जवान जाम को खत्म कराने की कोशिश करते दिखे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। अंधरापुल का जाम छुड़ाने के लिए रात में कप्तान आनंद कुलकर्णी को खुद सड़क पर उतरना पड़ा। मातहतों के संग पैदल ही एसएसपी ने अंधरापुल से तेलियाबाग होते हुए आगे तक जाम छुड़ाने की कोशिश की।

Posted By: Inextlive