-तीन माह के अंदर 24 हजार लोगों ने तोड़ा नियम,

- ई-चालान के जरिए एक करोड़ 40 लाख से अधिक का हुआ जुर्माना

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महीनें में सिटी कमांड सेंटर ने टै्रफिक रूल तोड़ने वालों का दर्ज किया आकड़ा

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हजार लोगों ने ट्रैफिक रूल्स तोड़ा तीन महीनें में

5.5

सौ लोगों ने जमा किया जुर्माना

23.5

हजार ई-चालान के केस हैं अभी तक पेडिंग

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करोड़ 40 लाख 80 हजार रुपये का हुई ई चालान

5.5

पांच लाख रुपये जमा हुई जुर्माना राशि

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सौ लोग हर रोज तोड़ने हैं टै्रफिक नियम

बनारस ट्रैफिक रूल्स को ठेंगे पर रखते हैं. उनके लिए नियम-कानून के खास मायने नहीं हैं. यह हम नहीं सिटी कमांड सेंटर के आकड़े कह रहे हैं. शहर की लाइलाज समस्या को दूर करने के लिए बनाए गए इस सेंटर में दर्ज हुआ कि जनवरी माह से अभी तक 24 हजार लोगों ने ट्रैफिक रूल्स तोड़ा है. इनके ई चालान की रकम हुई एक करोड़ 40 लाख 80 हजार रुपये. इसमें से महज साढे़ पांच लाख रुपये ही जमा हुआ है. हर दिन सात-आठ सौ से अधिक लोग शहर में ट्रैफिक नियम तोड़ रहे हैं. वह भी तब, जबकि हर चौराहों पर नियमों के पालन कराए जाने को लेकर एनाउसमेंट भी हो रहा है. चौराहों पर सिग्नल तोड़ आगे बढ़ना, वनवे में रांग साइड से चलना लोगों की आदत में शामिल हो गया है. जिसकी वजह से ट्रैफिक जाम लगता है.

देना होगा दोगुना

टै्रफिक रूल्स तोड़ने में बनारसी जितना आगे हैं ई-चालान का जुर्माना जमा करने में उतना ही पीछे हैं.

पिछले तीन माह में 24 हजार वाहनों का ई-चालान हुआ. इनमें से जुर्माना भरने वालों की संख्या महज साढ़े पांच सौ है. अन्य साढ़े 23 हजार ई-चालान के केस पेडिंग हैं. लोगों को भले ही लग रहा कि वो ई चालान भरने से बच जाएंगे लेकिन उनको पता नहीं है कि जितना लेट होगा जुर्माना की राशि बढ़ती भी जाएगी. फिलहाल अभी ऐसी स्थिति तो नहीं है लेकिन आने वाले दिनों में ऐसा संभव हो पाएगा. ट्रैफिक डिपार्टमेंट इस पर भी मंथन कर रहा है.

मोबाइल पर बज रही घंटी

ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों के पीछे अब ट्रैफिक डिपार्टमेंट के जवान नहीं भागते है. चौराहों पर लगे कैमरों से छोटे-बड़े वाहनों का नंबर प्लेट कैच करते ही ई-चालान कट जा रहा है. उन्ही वाहनों का ई-चालान कट रहा है जो बिना पार्किंग के वाहनों को बीच सड़क पर पार्क कर रहे हैं, चौराहों पर सिग्नल लाल होने के बाद भी आगे बढ़ जा रहे हैं. सिगरा शहीद उद्यान में बने सिटी कमांड सेंटर से आटोमैटिक ई-चालान कट जा रहा है. आरटीओ से अटैच होने के कारण वाहन स्वामी की पूरी डिटेल भी कमांड सेंटर को पहुंच जा रही है और वाहन रजिस्ट्रेशन के वक्त दर्ज हुए मोबाइल नंबर पर ई-चालान का मैसेज भी आ रहा है. यदि किसी वजह से मोबाइल पर मैसेज नहीं पहुंच पा रहा है तो डाक द्वारा चालान की हार्डकापी घर तक पहुंचेगी.

टै्रफिक रूल्स तोड़ने वालों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है. ट्रैफिक रूल्स को फॉलो करने को लेकर लगातार अवेयर करने के बाद भी यह हाल है. ई-चालान के माध्यम से लोगों को यह एहसास कराया जा रहा है कि उन्होंने कहां पर गलती की है.

श्रवण कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Vivek Srivastava