ट्रैफिक रूल्स में महिलाओं को नहीं मिली छूट तो डीएल बनवाने को पड़ी टूट
इतने लोग आ रहे डेली
-350 लोग डीएल बनवाने आरटीओ आते हैं -15 महिलाएं आती थीं पहले डीएल बनवाने के लिए -30 महिलाएं अब डीएल बनवाने के लिए आ रहीं -1 लाख रुपए मिल रहा था पहले रेवेन्यू फाइन के थ्रू -3 से 4 लाख रुपए अब आ रहा है -यातायात अभियान के तहत टै्रफिक पुलिस अब महिलाओं का भी कर रही चालान -डीएल बनवाने और हेलमेट खरीदने वालों में महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले ज्यादाबरेली: ट्रैफिक रूल्स सभी के लिए हैं। लेकिन महिलाएं अक्सर इसको फॉलो नहीं करती थी। ट्रैफिक पुलिस भी उनको महिला समझकर ट्रैफिक नियम तोड़ने की छूट दे देते थे। लेकिन पिछले कुछ दिनों से जब से ट्रैफिक पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू की तो आरटीओ ऑफिस में बड़ी संख्या में महिलाएं डीएल बनवाने पहुंच रही हैं। वहीं पहले महिलाएं जहां बिना हेलमेट के स्कूटी दौड़ाती थीं तो अब फाइन से बचने के लिए हेलमेट भी पहन रही हैं। जिससे शॉप्स में बड़ी संख्या में महिलाएं हेलमेट खरीद रही हैं।
दोगुने हुए महिला आवेदकआरटीओ ऑफिस में पहले डेली 10-15 महिलाएं ही डीएल बनवाने के लिए आवेदन करती थीं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस की सख्ती के बाद अब 25-30 महिलाएं आ रही हैं। आरटीओ ऑफिस में डीएल बनवाने के लिए आने वाली महिलाओं के लिए फिलहाल अलग से लाइन नहीं लग रही है। आरटीओ के कर्मचारी उनके आवेदन को पहले ले रहे हैं, जिससे उन्हें ज्यादा देर खड़ा न होना पड़े और परेशान न होना पड़े।
हेलमेट की बढ़ी सेल शहर के दुकानदारों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस की सख्ती के बाद से हेलमेट की सेल भी लगभग दोगुनी हो गई है। लेकिन खास बात है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा हेलमेट खरीदने आ रही हैं। ट्रैफिक रूल्स तोड़ने पर दोगुने फाइन के प्रावधान के बाद ज्यादातर लोग हेलमेट पहनने लगे हैं। इनमें महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है क्योंकि कार्रवाई न होने के चलते पहले महिलाएं ज्यादा नियमों की अनदेखी करती थीं। दो दिन में 37 लाख जुर्माना ट्रैफिक पुलिस के अनुसार दो दिन में रूल्स फॉलो न करने पर बरेलियंस से 37 लाख नकद जुर्माना वसूला गया है। वहीं 33 सौ से अधिक वाहनों के चालान किए हैं। ट्रैफिक इंस्पेक्टर जेएन अस्थाना ने बताया कि 17 जुलाई को ट्रैफिक पुलिस ने 1599 वाहनों के चालान किए। जबकि 18 लाख 36 हजार जुर्माना वसूला है। जबकि 18 जुलाई को 18 लाख 36 हजार रुपए जुर्माना वसूला और 1763 वाहनों के चालान किए। यह हुआ बदलाव-ड्राइविंग टेस्ट के लिए पहले एक हफ्ते में ही नंबर आ जाता था, लेकिन अब एक माह में नंबर आ रहा है।
-ट्रैफिक पुलिस के रेवेन्यू में बढ़ोत्तरी हुई है। -दोबारा नियम तोड़ने पर दोगुना वसूला जा रहा फाइन। -डीएल, हेलमेट और आरसी आदि न होने पर 3000 तक फाइन है। डीएल आवेदक बोले एक साल से बिना डीएल के ही स्कूटर चला रही थी, लेकिन अब तो चेकिंग इतनी हो गई कि घर से निकलना मुश्किल है। मैंने अभी डीएल के लिए अप्लाई कर दिया है। टेस्ट भी हो गया है। अब जल्द ही डीएल भी मिल जाएगा। मानसी, स्टूडेंट जब से चालान ऑनलाइन हुए हैं और जुर्माना शुल्क बढ़ा है तब से चेकिंग हो रही है। इसके साथ पब्लिक को परेशान भी किया जा रहा है। मेरे पास डीएल नहीं था। अभी छह माह पहले ही स्कूटर लिया है। अब डीएल का टेस्ट हो गया है। सलोनी, स्टूडेंट -करीब एक साल से बगैर डीएल के ही शहर में स्कूटर चलाती थी, लेकिन अब तो चालान होने के डर से ऑटो से जाना पड़ रहा है। मैंने तो डीएल के लिए अप्लाई कर दिया है। लर्निग के लिए टेस्ट भी हो गया है अब तो डीएल बन जाएगा। रीना सिंह, जॉबअभी एक माह से करीब डीएल के लिए महिला आवेदकों की संख्या में भी बढ़ी है। चेकिंग के डर से महिलाएं भी अवेयर हुई हैं यहअच्छी बात है, सभी लोगों को रूल्स फॉलो करना चाहिए।
आरपी सिंह, एआरटीओ प्रशासन