अब कम समय में यात्री कर सकेंगे वाराणसी कैंट से नई दिल्ली तक का सफर
-रेलवे लोकल ट्रेन की तरह 130 की स्पीड में चलाएगा एमईयू
-29 दिसंबर को पीएम दिखा सकते हैं हरी झंडी -रेलमंत्री ने नयी ट्रेन की खासियत को अपने ट्वीटर पर किया शेयरVARANASI : कैंट स्टेशन वाराणसी से नई दिल्ली के बीच अब लोकल ट्रेन की तरह बैठकर जर्नी कर सकेंगे। वह भी कम समय में। रेलवे इस रूट पर जल्द ही 130 किमी की स्पीड से चलने वाली मल्टीपल इलेक्ट्रिक यूनिट ट्रेन उतारने जा रहा है। इस ट्रेन के कोचेज का चेन्नई के इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री में निर्माण हुआ है। इस खास ट्रेन के कोचेज को आईसीएफ से 19 दिसंबर को ही नई दिल्ली के लिए रवाना किया गया। ट्रेन-18 जैसी सुविधाओं वाली इस ट्रेन का ट्रायल पूरा होते ही इसे हरी झंडी दिखाया जाएगा। सोर्सेज के मुताबिक 29 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र में रहने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी इस नई ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं। रेलमंत्री पीयूष गोयल द्वारा ट्वीट से दी गयी जानकारी से इस संभावना को बल मिला है। नई मल्टीपल इलेक्ट्रिकल यूनिट (एमईयू) ट्रेन पुरानी एमईयू ट्रेन्स से एकदम अलग है। जिससे इसमें जर्नी के दौरान कोई परेशानी नहीं होगी।
एक कोच में 78 सीट
नई एमईयू ट्रेन की स्पीड 130 किमी प्रति घंटा तक है। इसका ऑपरेशन अब मेन ट्रैक पर किया जाएगा। जबकि पुरानी मेमू ट्रेन की अधिकतम स्पीड 110 किमी प्रति घंटा ही है। नई एमईयू ट्रेन में 10 परसेंट एक्स्ट्रा पैसेंजर्स जर्नी कर सकेंगे। यानी कि पुरानी मेमू की क्षमता करीब 2600 पैसेंजर्स की है, वहीं नई एमईयू ट्रेन में 2800 से अधिक पैसेंजर्स सवार हो सकेंगे। खास बात यह है कि इस ट्रेन के कोच में पर्याप्त जगह भी है, जिससे पैसेंजर्स को सीट तक पहुंचने में प्रॉब्लम नहीं होगी। पूरी ट्रेन एसी है।
Train 18, India's fastest, to be flagged off by PM Narendra Modi on December 29 https://t.co/wkrE9gEpLD via @economictimes— Ashok Panvalkar (@PashokMT)
इंटरनेशनल लेवल की ट्रेन की सीटें नई एमईयू में लगाई गई हैं। सभी कोच में सीसी कैमरे लगाए गए हैं। इन सीसी कैमरों की फुटेज पर ड्राइवर अपने केबिन से नजर रख सकेगा। यही नहीं सभी सीसी कैमरों की फुटेज को सुरक्षित भी रखा जाएगा। इससे लोकल ट्रेन्स में होने वाले क्राइम पर भी कंट्रोल लग सकेगा। नई एमईयू में जीपीएस बेस्ड इंफॉर्मेशन सिस्टम भी लगाया गया है। इस सिस्टम की हेल्प से पैसेंजर्स जान सकेंगे कि आगे कौन सा स्टेशन आने वाला है और ट्रेन किस स्टेशन पर खड़ी है। नई एमईयू में मेट्रो की तरह ड्राइवर से बातचीत करने का भी पैसेंजर्स के पास टॉक बैक ऑप्शन होगा।
जा सकेंगे एक कोच से दूसरे में वर्तमान समय में संचालित मेमू में एक कोच से दूसरे कोच में जाने की सुविधा नहीं है। वहीं नई एमईयू में गैंगवे के थ्रू सभी कोच को आपस में जोड़ दिया गया है। जिससे पैसेंजर अपने कोच से दूसरे कोच के बीच आ जा सकेंगे। यही नहीं ट्रैक व स्टेशन को साफ सुथरा रखने के लिए नई एमईयू के सभी कोच में बॉयोटॉयलेट लगाए गए हैं। जबकि मेमू में यह सुविधा नहीं है।