- मोहल्लों में अब तक नहीं सुधरी जलनिकासी व्यवस्था

- बारिश का पानी निकालने के लिए नहीं है कोई इंतजाम

GORAKHPUR: शहर के नालों की कागजी सफाई का खामियाजा इस बरसात ट्रांसपोर्ट नगर के लोगों को भी चुकाना पड़ेगा। इस एरिया के मोहल्लों की तमाम गलियों के नाले सफाई के अभाव में गंदगी से पटे पड़े हैं। हालांकि जल निकासी के लिए बेतियाहाता एरिया में बड़े नाले का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन विवाद के चलते निर्माण कार्य रुका पड़ा है। ऐसे में साफ है कि इस बारिश भी ट्रांसपोर्ट नगर एरिया डूबेगा। वहीं, नगर निगम के जिम्मेदार हैं कि सिर्फ दाव करने में ही लगे हैं।

दावों में ही रह गई सफाई

फरवरी से नगर निगम की ओर से शहर के सभी बडे़ नालों की सफाई का कार्य शुरू कराया गया था। इसके लिए 100 से अधिक कर्मचारी लगाए गए। बावजूद इसके अभी भी हालात बहुत नहीं सुधर सके हैं। ट्रांसपोर्ट नगर एरिया की बात करें तो यहां स्थिति मुख्य नाला अब भी सिल्ट और कचरे से पटा पड़ा है। जबकि नगर निगम, अफसरों के वेतन, सफाई गैंग की मजदूरी, पोकलेन मशीन से लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर लाखों रुपए खर्च कर चुका है। मुख्य नाले के चोक होने से एरिया के ज्यादातर मोहल्लों में जल निकासी का संकट है।

विवाद में फंसा नाला

बेतियाहाता एरिया में जल निकासी के लिए नगर निगम की ओर से बड़े नाले का निर्माण कराया जा रहा था जो विवाद में फंस गया है। लोगों का कहना है कि नाले का निर्माण जिस जमीन पर हो रहा है वह सरकारी जमीन है। साथ ही जिस क्षेत्र से नाला जा रहा है। उसमें कुछ लोगों की भी जमीन आ रही है जिस पर विरोध चल रहा है। इसके चलते नाले का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है। अगर समय से नाले का निर्माण पूरा नहीं हुआ तो 30 से 40 हजार आबादी वाला ट्रांसपोर्ट नगर एरिया बारिश के दिनों में फिर जल जमाव का दंश झलेगा।

नालों में अभी भी सिल्ट जमा

मानसून आने को है और नालों में अभी भी सिल्ट जमा है। अभी भी ट्रांसपोर्ट नगर एरिया के 25 प्रतिशत नालों की सफाई नहीं हो पाई है। इसके चलते आए दिन नालियों का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर गलियों में जल जमाव का कारण बनता है।

कोट्स

नालों की सफाई में खानापूर्ति की जा रही है। सफाई तो होती है लेकिन फिर उसमें सिल्ट जमा हो जाता है। जिसके चलते जल निकासी का समस्या होती है।

- धर्मेद्र कुमार, प्रोफेशनल

नालों की सफाई तो होती है लेकिन उसका कचरा सड़क पर ही डंप कर दिया जाता है। जिसकी वजह से कचरा दोबारा नाले में चला जाता है और नाला दोबारा जाम हो जाता है।

पप्पू कुमार मद्धेशिया, प्रोफेशनल

नगर निगम की ओर से एरियाज में नाले का निर्माण कराया जा रहा है जिस पर विवाद चल रहा है। जिसके चलते निर्माण कार्य कई दिनों से ठप है। साथ ही बगल के नाले की सफाई नहीं कराई गई है। उसमें सिल्ट जमा होने से नाले का पानी सड़क पर आ रहा है।

विरेंद्र कुमार, प्रोफेशनल

वर्जन

शहर के एक तिहाई नालों की सफाई हो चुकी है। जिन नालों का निर्माण चल रहा है। उन्हें बारिश से पहले पूरा कर लिया जाएगा।

- डॉ। मुकेश रस्तोगी, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Inextlive