ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल महंगाई बढ़ने के आसार
- 25 करोड़ रुपए के माल का आवागमन पूरी तरह से ठप
- आवक कम डिमांड बरकरार, महंगाई बढ़ना तय ख्भ् करोड़ रुपए के माल का आवागमन पूरी तरह से ठप - आवक कम डिमांड बरकरार, महंगाई बढ़ना तय BAREILLY: BAREILLY: ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के आह्वान पर चार दिन से चल रही हड़ताल में अब धीरे-धीरे कर सभी एसोसिएशन शामिल होती जा रही हैं। ट्रांसपोर्ट व्यवसाइयों ने हड़ताल में ट्रक चालकों को भी शामिल करने का फैसला किया है। ट्यूजडे को ट्रांसपोर्ट नगर के आगे हाईवे पर एक दर्जन से अधिक ट्रक ट्रांसपोर्टर्स ने रोक दिए। ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि जब तक हमारी सभी मांगों को मान नहीं लिया जाता यह हड़ताल जारी रहेगी। यदि, यूं ही हड़ताल जारी रहा तो हरी सब्जियों और खाद्यान का दाम बढ़ना तय है। कारोबार ठप पड़ा हुआ हैबरेली में रोजाना लगभग ख्0 से ख्भ् करोड़ रुपए माल का आवागमन होता है। पिछले ब् दिनों से यह कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। इस कारण दवा, सब्जी, फर्नीचर, किराना और कपड़ा आदि का कारोबार प्रभावित होने लगा है। यदि हड़ताल जल्द खत्म नहीं होती है तो खाने-पीने की चीजों पर भी इसका असर देखने को मिलेगा। क्योंकि मार्केट में इन चीजों की आवक कम हो गई है। जबकि, डिमांड पहले जितनी ही बनी हुई है।
यह हैं प्रमुख मांगें - पेट्रोल व डीजल के दाम कम किए जाएं। - टोल टैक्स खत्म किया जाए। - थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम और एजेंट के कमीशन में कटौती। - टीडीएस खत्म किया जाए। - ई-वे बिल में संशोधन। - एक सामान जीएसटी। बरेली में एक नजर - 80 ट्रांसपोर्टर्स बरेली में हैं। - क्,000 ट्रक ट्रांसपोर्टर्स के पास हैं। - म्00 ट्रक रोजाना उत्तराखंड, वाराणसी, गुवाहाटी सहित अन्य शहरों से बरेली में अाते हैं। बाहर से नहीं आ रहा माल बरेली में 80 ट्रांसपोर्टर्स हैं। जिनके पास करीब क्000 ट्रक हैं। इसके अलावा म्00 से अधिक ट्रक उत्तराखंड, वाराणसी, गुवाहाटी सहित अन्य शहरों से बरेली आते हैं। हड़ताल के चलते इन दिनों बाहर से कोई माल शहर में नहीं आ रहा है। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की म् मांगे हैं। जब तक हमारी मांग मान नहीं मानी जाती हड़ताल जारी रहेगी। ट्यूजडे को भी जो ट्रक चलते पाए गए उन्हें रोक दिया गया। शोभित सक्सेना, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन