लखनऊ से पूर्वांचल का सफर करने वाले लोगों के लिए अगले वर्ष अगस्त माह से यात्रा आसान हो जाएगी।


- मुख्य सचिव ने किया पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निरीक्षण- अगस्त 2020 तक मुख्य मार्ग पर यातायात शुरू करने के निर्देश- 341 किमी लंबे एक्सप्रेस वे पर दस फीसद सड़क बन चुकी हैlucknow@inext.co.inLUCKNOW : पूर्वांचल जाने के लिए अब उनको खराब सड़कों के बजाय ऐसा एक्सप्रेस वे मिलेगा जो उनके सफर के वक्त को घटाकर आधा कर देगा। मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय ने रविवार को निर्माणाधीन पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निरीक्षण कर अगस्त, 2020 तक इसे शुरू करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट होने की वजह से उन्होंने इस काम में किसी भी तरह की लापरवाही या शिथिलता बरते जाने पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी।15 दिन में हो अधिग्रहण पूरा


मुख्य सचिव ने कहा कि एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए आवश्यकतानुसार बाकी जमीन का अधिग्रहण आगामी 15 दिन में पूरा कर लिया जाये। इस माह के अंत तक बिजली की लाइन, ट्रांसफार्मर आदि अन्य शिफ्टिंग का कार्य भी पूर्ण करा लिया जाये। मुख्य सचिव आज पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के विभिन्न फेजों का अमेठी, सुल्तानपुर, गाजीपुर एवं आजमगढ़ में स्थलीय निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। वहीं यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को आठ पैकेजों में बांट कर निर्माण कराया जा रहा है। एक्सप्रेस वे का निर्माण छह लेन चौड़ाई में तथा सभी स्ट्रक्चरर्स आठ लेन चौड़ाई के निर्मित किये जा रहे है। मार्ग के एक ओर स्टैगर्ड रूप से सर्विस रोड का निर्माण कराया जायेगा। यह पूरी तरह से एक्सेस कंट्रोल होगा।हवाई पट्टी का भी होगा निर्माणपूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ में लखनऊ-सुल्तानपुर मार्ग के ग्राम चांदसराय से शुरू होकर गाजीपुर में ग्राम हैदरिया स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर समाप्त होगा। परियोजना में पैकेज संख्या चार में सुलतानपुर के कूड़ेभार के निकट हवाई पट्टी का निर्माण कराया जायेगा। यातायात की सुरक्षा के लिए एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का कार्य परियोजना में सम्मिलित है। इसके अलावा एक्सप्रेस वे से आजमगढ़-वाराणसी तक 12.25 किमी लंबाई का लिंक रोड बनना है। एनएचएआई द्वारा आजमगढ़ शहर के लिये बाईपास प्रस्तावित करने, जो राष्ट्रीय राजमार्ग से वाराणसी को आगे जोड़ेगा, के दृष्टिगत वाराणसी लिंक को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे परियोजना से हटाया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग से प्रवेश एवं निकासी के लिए इंटरचेंज प्रस्तावित है, जिससे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से वाराणसी के लिये कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी।तीन एक्सप्रेस वे पर फर्राटा भरेंगे इलेक्ट्रिक व्हीकफैक्ट फाइल

- 23,349 करोड़ रुपये है पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की कुल लागत- 340.824 किमी लंबे एक्सप्रेस वे का 10 प्रतिशत भौतिक कार्य पूरा-01 जून तक 91.53 फीसद क्लियरिंग और ग्रबिंग का कार्य पूरा हुआ- 47.10 फीसद मिट्टी का कार्य भी पूरा किया जा चुका है- 96.06 फीसद जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है

Posted By: Shweta Mishra