पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा ने साक्षरता के मामले में केरल को पीछे छोडक़र देश में पहला स्थान हासिल कर लिया है. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने रविवार को दावा किया कि त्रिपुरा के 94.65 फीसद लोग साक्षर हैं जबकि केरल में यह प्रतिशत 93.91 है.


अंतिम रिपोर्ट में राज्य की साक्षरता दर 96 परसेंटअंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, 2001 की जनगणना में साक्षरता के मामले में 12वें स्थान पर मौजूद त्रिपुरा अब पहले नंबर पर पहुंच गया है. अगस्त, 2012 में किए गए सरकारी सर्वे में राज्य की साक्षरता दर 94.65 फीसद थी. राज्य की 37 लाख आबादी में केवल 1,31,634 लोग ही निरक्षर हैं. राज्य सरकार को उम्मीद है कि भारतीय सांख्यिकी संस्थान की अंतिम रिपोर्ट में राज्य की साक्षरता दर 96 फीसद को पार कर जाएगी. 91.58 परसेंट के साथ सबसे अधिक साक्षर राज्यों में
2011 की जनगणना में केरल 93.91 फीसद और मिजोरम 91.58 फीसद की साक्षरता दर के साथ देश के सबसे अधिक साक्षर राज्यों में से हैं. इस जनगणना में देश की राष्ट्रीय साक्षरता दर 74.04 थी. पूर्वोत्तर राज्यों में जहां मिजोरम और त्रिपुरा साक्षरता दर में नए कीर्तिमान गढ़ रहे हैं वहीं पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश की हालत खस्ता है. 66.95 फीसद की दर के साथ अरुणाचल प्रदेश देश का दूसरा सबसे कम साक्षर राज्य है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh