-पूर्व मध्य रेलवे मुगलसराय में 40 टीटीई सहित टीसी का हुआ तबादला, चार कर्मचारियों पर रेलवे बोर्ड मेहरबान

-चार साल से जमे कर्मचारियों की हुई है बदली लेकिन पांच साल से भी अधिक समय से जमे चार कर्मचारियों को नहीं किया टच

VARANASI

पूर्व मध्य रेलवे मुगलसराय डिवीजन में इस समय ट्रांसफर-पोस्टिंग की गाड़ी बहुत तेज दौड़ रही हैं। जिसकी कमान संभाले हाजीपुर हेडक्वॉर्टर में बैठे रेलवे के आलाधिकारी हैं। मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर तैनात ब्0 टीटीई सहित टीसी का ट्रांसफर किया गया है लेकिन इसमें चार कर्मचारियों पर रेल अधिकारियों की नजर ही नहीं पड़ी। या यूं कह लें कि उन्हें हटाने में जान बूझकर अनदेखी की गई है। अब कारण चाहे जो भी हो लेकिन इन चार कर्मचारियों का ट्रांसफर नहीं होने को लेकर कॉमर्शियल डिपार्टमेंट के अन्य कर्मचारियों में गजब का आक्रोश है। तबादले को लेकर तर्क दिया गया है कि चार साल से जमे कर्मचारी अब ट्रेन के स्लीपर कोचेज को चेक करेंगे लेकिन जो टीसी पांच साल से भी अधिक समय से एक ही स्थान पर जमे हैं उन्हें क्यों बख्शा गया? यह किसी के गले नहीं उतर रहा है। बल्कि वीआईपी ट्रेन की चेकिंग ड्यूटी और बढ़ा दी गई है। जिसमें एक दिन की वसूली दस हजार रुपये से भी अधिक होती है।

इस टीसी के आगे रेलवे बोर्ड है बौना

मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर एक टीसी ऐसा भी है जो लगभग फ्क् साल से एक ही पद पर बना हुआ है। इस बार भी तबादले की लिस्ट आई लेकिन लिस्ट में उक्त टीसी को जस का तस ही रखा गया। उसकी ड्यूटी में छेड़छाड़ नहीं किया गया है क्योंकि वह वीवीआईपी राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेन्स की चेकिंग करता है। हावड़ा से नई दिल्ली तक तगड़ी सेटिंग बना चुके इस टीसी का कई बार प्रमोशन भी किया गया लेकिन अपने प्रभाव के कारण वह रेलवे बोर्ड को बौना बना देता है। यही वजह है कि फ्क् साल से मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर एक तरफा सरकार चला रहा है।

टीसी चाहे तो अधिकारियों का तबादला

मुगलसराय रेल डिवीजन के कामर्शियल डिपार्टमेंट में करप्शन की बेदी पर कई कर्मचारियों की बलि दी गई है। कॉमर्शियल डिपार्टमेंट के आलाधिकारी का उक्त टीसी पर हाथ होने के कारण उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता है। यह दीगर बात है कि उक्त टीसी की रेलवे बोर्ड में सेटिंग इतनी जबरदस्त है कि खुद आलाधिकारियों का तबादला वह चुटकी बजाते भर में कराता है।

Posted By: Inextlive