-लगातार बारिश से उत्तर बिहार, कोसी और सीमांचल में नदियां हुईं विकराल, तीन बांध टूटे, तीन की मौत

PATNA: बिहार में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ की स्थिति भयंकर होने लगी है। अलग-अलग हिस्सों में 12 लोगों की जान जा चुकी है। नदियां लाल निशान पार कर तबाही मचाने लगी हैं। सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। कई स्थानों पर संपर्क सड़क ध्वस्त हो गया है। पानी के दबाव से पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी और मधुबनी में तटबंध टूट गए हैं। मधुबनी में 15 जुलाई और सीतामढ़ी में 20 जुलाई तक स्कूलों बंद कर दिया गया है। दरभंगा के कई गांव बाढ़ से घिरे हैं। मुजफ्फरपुर के कटरा और औराई में संकट बरकरार है। पश्चिम चंपारण में गंडक के जलस्तर में तेजी से वृद्धि जारी है। शनिवार को किशनगंज में दो और अररिया-सहरसा-मधेपुरा में एक-एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई। कोसी सीमांचल में महानंदा, कनकई, परमान, बकरा आदि नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग एक मीटर ऊपर है। लोगों में दहशत का माहौल है।

बक्सर, सिवान व छपरा में 5 मौत

भारी बारिश के दौरान अलग-अलग हादसों में बक्सर, सिवान व छपरा में डेढ़ साल की बच्ची समेत पांच लोगों की जान चली गई। बक्सर के अहिरौली गांव में शनिवार की अल सुबह एक घर की दीवार गिरने से दिनेश की गर्भवती पुत्री सविता (24) और उसकी डेढ़ साल की बच्ची दब गई, दोनों की मौत हो गई। वहीं सिवान जिले में शुक्रवार की देर रात भटवलिया निवासी जहांगीर भगत (90) तथा एमएच नगर थाना क्षेत्र के डेरा के बंगरा निवासी रामदेव राम (70) की मौत मकान के मलबे में दबने से हो गई।

पूर्वी चंपारण के डीएम दिखे सक्रिय

पूर्वी चंपारण में बंजरिया प्रखंड के घोड़मरवा गांव के पास दुधौरा नदी पर बना तटबंध टूट गया। आसपास के गांवों में तेजी से पानी फैलने लगा है। पताही और ढाका में बागमती का पानी कई गांवों में प्रवेश कर गया है। डीएम रमण कुमार ने खुद रेनकट की मरम्मत की लिए बालू की बोरियां भरीं। गुरहनवा स्टेशन के ट्रैक पर पानी के बढ़ रहे दबाव को लेकर सीतामढ़ी-रक्सौल रेलखंड पर परिचालन ठप कर दिया गया है। मधुबनी जिले में कमला बलान झंझारपुर में खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है। समस्तीपुर और सीतामढ़ी जिले में बागमती, लखनदेई, झीम, रातो और लालबकेया नदी खतरे के निशान से ऊपर हैं। सोनबरसा-नेपाल सड़क पर चार फीट पानी बह रहा है।

Posted By: Inextlive