-कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी से 12 मई को मांगी गई थी रंगदारी

-फरार मुख्य आरोपित की तलाश में शिद्दत से जुटी पुलिस, वह अब भी है फरार

PRAYAGRAJ: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' को फोन पर धमकी देते हुए पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक अभियुक्त श्रवण कुमार मिश्रा उर्फ अक्कू व पंकज कुमार गुप्ता को लक्ष्मण मार्केट के बगल से गिरफ्तार किया गया है. वह बांदा कोतवाली एरिया के कालूकुंआ मोहल्ले के हैं. अभी भी फरार चल रहे मुख्य अभियुक्त पुनीत गुप्ता उर्फ पुन्नी की तलाश जारी है.

मतदान के दिन दी गई थी धमकी

मंत्री नंदी के मोबाइल पर मतदान के दिन 12 मई को अनजान नंबर से कॉल आई थी. फोन करने वाले व्यक्ति ने धमकी देते हुए पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी. मंत्री ने विरोध किया तो वह अभद्रता करने पर उतर आया था. मंत्री के मोबाइल पर आपत्तिजनक संदेश भी भेजे गए थे. मामले में मंत्री के विधिक सलाहकार सुभाष बाजपेयी ने कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. जांच में जुटी पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम को मोबाइल नंबर की लोकेशन बांदा व हमीरपुर में मिली थी. टीम ने वहां छापेमारी की तो कोई हाथ नहीं लगा.

इस तरह एक्टिवेट हुआ था सिम

पुलिस के मुताबिक बुधवार शाम चौकी प्रभारी बादशाही मंडी रविंद्र कुमार यादव, यूनुस खां व वकील यादव की टीम ने लक्ष्मण मार्केट के पास घेरेबंदी कर दो आरोपितों को दबोच लिया. इंस्पेक्टर कोतवाली ने बताया कि बांदा निवासी विधि छात्र अनुराग तिवारी के पिता का मोबाइल खो गया था. जब वह पंकज गुप्ता की मोबाइल दुकान पर दूसरा सिम लेने के लिए गया उसी वक्त एजेंट श्रवण ने उनकी दो तस्वीर खींच ली थीं. इसके बाद एक सिम अपने नंबर पर ओटीपी मंगवाकर एक्टीवेट कर दिया और फिर उसे पुन्नी गुप्ता के हाथ बेच दिया था. इसी नंबर से पुन्नी ने मंत्री को फोन पर धमकी दी और रंगदारी की मांग की थी.

वर्जन

मामले में फरार मुख्य अभियुक्त की तलाश अभी जारी है. केस से जुड़े दो अभियुक्तों को पकड़ लिया गया है. उम्मीद है कि फरार अभियुक्त को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

-बच्चे लाल प्रसाद, इंस्पेक्टर कोतवाली

Posted By: Vijay Pandey