कोच की लाइट बंद कर टार्च की रोशनी में हुई डकैती, ट्रेन में थी जीआरपी की एस्कार्ट, गायब थे जवान

ALLAHABAD: चेन्नई से छपरा जा रही गंगा-कावेरी एक्सप्रेस में रविवार की देर रात करीब दो घंटे तक बदमाश पैसेंजर्स से लूटपाट करते रहे। लेकिन इस दौरान जीआरपी और आरपीएफ के जवान गायब रहे। रेलवे हॉस्पिटल में भर्ती पैसेंजर्स व परिजनों ने इसे लेकर गुस्सा भी जताया। हालांकि बताया जा रहा है कि ट्रेन में जीआरपी की एस्कार्ट थी। लेकिन ये जवान कहां थे इसका पता किसी पैसेंजर्स को नहीं था।

टार्च की रोशनी में की लूटपाट

पैसेंजर्स ने बताया कि मानिकपुर स्टेशन से ट्रेन आगे बढ़ने के बाद कई बार चेनपुलिंग हुई। लगातार हो रही चेनपुलिंग के दौरान ही कुछ लोग ट्रेन की बोगियों में चढ़ गए। इसके बाद लूटपाट और मारपीट की घटना शुरू हुई। एस-5 कोच में पति अशोक सिंह और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सफर कर रही सावित्री देवी ने बताया कि जिस समय बदमाश सवार हुए उस समय ज्यादातर पैसेंजर सो रहे थे। सभी कोच की लाइट बंद थी। इसकी वजह से अंधेरा था। अचानक हलचल और शोरगुल होने पर पैसेंजर्स ने कोच की लाइट ऑन की तो बदमाशों ने डराते धमकाते और मारपीट करते हुए लाइट बंद करा दी। वे टार्च जलाकर पैसेंजर्स से लूटपाट करने लगे।

विरोध पर किया हमला

एस-9 कोच में सवार आंध्र प्रदेश के गुंटुर निवासी एम मोहन राव ने बताया कि उन्होंने बदमाशों का विरोध किया तो उनपर चाकू से हमला किया गया। बदमाश चाकू व असलहा दिखा पैसेंजर्स को डराते रहे। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान जीआरपी के जवान गायब रहे। कोई भी दिखाई नहीं दिया।

ट्रेन में सवार जीआरपी के चार जवानों ने लूट-पाट की जानकारी पर छह राउण्ड हवाई फायरिंग की। अंधेरा होने के कारण बदमाश पकड़ में नहीं आ सके। एफआईआर दर्ज कर बदमाशों की तलाश की जा रही है।

हिमांशु कुमार

एसपी जीआरपी, इलाहाबाद

Posted By: Inextlive