वर्दी वाले डकैत

ओमैक्स रेजीडेंसी में दिनदहाड़े कारोबारी के घर दो दरोगा और सिपाही ने 1.85 करोड़ की की डकैती

- बेड में रखे थे करोड़ रुपये, दोनों के आवास से 36 लाख रुपये बरामद

- एसएसपी ने कराई जांच तो हुआ खुलासा, दोनों दारोगा व सिपाही सस्पेंड

- आरोपी दारोगा, एक कॉन्सटेबल समेत चार अरेस्ट, मुखबिर समेत तीन की तलाश

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रुष्टयहृह्रङ्ख : एक तरफ सीएम से लेकर डीजीपी तक प्रदेश को अपराधियों से मुक्त कराने का दावा कर रहे हैं, वहीं राजधानी के गोसाईगंज थाने में तैनात दो दारोगा पवन मिश्रा, आशीष तिवारी और सिपाही प्रदीप सिंह भदौरिया ने खाकी को शर्मसार करते हुए अपने दो मुखबिर साथियों के साथ कारोबारी के घर डाका डाल दिया। दारोगा पवन व आशीष ने साथियों के साथ मिलकर फ्लैट में मौजूद कारोबारी व उसके साथियों को जमकर पीटा और बेड में रखे 1.85 करोड़ रुपये लूट लिये। मामले की जानकारी मिलने पर एसएसपी ने जांच कराई तो घटना का खुलासा हुआ। जिसके बाद पीडि़त की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी दारोगाओं, एक मुखबिर व चार अन्य अज्ञात के खिलाफ डकैती व अन्य संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली। देरशाम एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि दारोगा पवन मिश्रा, आशीष तिवारी व सिपाही प्रदीप भदौरिया और उसके ड्राइवर आनंद यादव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर उन्हें अरेस्ट कर लिया गया है। जबकि, उनके बाकी फरार साथियों की तलाश की जा रही है। वहीं, आरोपी दारोगाओं के घर से पुलिस ने लूटी गई रकम में से 36 लाख रुपये बरामद कर लिये हैं।

फ्लैट में घुसते ही तानी पिस्टल

सुल्तानपुर के धनपतगंज निवासी कोयला कारोबारी अंकित अग्रहरि गोसाईगंज के ओमेक्स रेजिडेंसी में फ्लैट नंबर 104 में किराये पर रहते हैं। शनिवार सुबह वे अपने फ्लैट पर साथियों बल्दीखेड़ा, गोसाईगंज निवासी अश्विनी पांडेय, अभिषेक वर्मा, अमेठी निवासी अभिषेक सिंह, रुदौली फैजाबाद निवासी कुलदीप यादव, ग्वालियर निवासी जितेंद्र सिंह तोमर व सचिन के साथ मौजूद थे। अंकित के मुताबिक, सुबह करीब सवा सात बजे उनके दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी। उन्होंने दरवाजा खोला तो सामने दो लोग पुलिस की वर्दी पहने खड़े थे जबकि, उनके साथ पांच अन्य लोग भी थे। अभी अंकित कुछ समझ पाते इससे पहले ही वर्दीधारी दारोगाओं ने उन पर पिस्टल तान दी और उन्हें गोली मारने की धमकी दी।

बैग में भर लिये रुपये

दारोगा ने अंकित से कहा कि उनके घर पर काला धन रखा है। इसके बाद उन्होंने व उनके साथ सादी वर्दी में आए लोगों ने बेड व दीवान के बिस्तर पलट दिये और उसके भीतर रखे रुपये बैग में भरने लगे। अंकित व वहां मौजूद उनके दोस्तों ने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने लात-घूसों और लाठी से हमला बोल दिया। जमकर पिटाई के बाद उन लोगों ने बैग में 1.85 करोड़ भर लिये। अंकित के मुताबिक, दारोगा एक-दूसरे को पवन और आशीष के नाम से पुकार रहे थे जबकि, साथी को मधुकर मिश्रा कहकर संबोधित कर रहे थे। उसने बताया कि रुपये बैग में भरने के बाद दारोगा पवन व आशीष ने मधुकर व साथियों को रुपये लेकर वहां से भेज दिया। इसके बाद दारोगा पवन व आशीष ने चौकी इंचार्ज अहमामऊ प्रेमशंकर पांडेय को फोन कर ब्लैक मनी बरामद होने की बात बताते हुए वहां बुलाया।

एसएसपी की जांच में खुलासा

चौकी इंचार्ज पांडेय ने वहां पहुंचकर 1.53 करोड़ रुपये, एक पिस्टल व कारतूस बरामद कर सीनियर अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इतनी बड़ी बरामदगी की सूचना पर एसएसपी कलानिधि नैथानी ने एएसपी ग्रामीण विक्रांतवीर व सीओ मोहनलालगंज राजकुमार शुक्ला को मौके पर पहुंचकर जांच के आदेश दिये। अधिकारियों ने जब अंकित का बयान लिया तो उसने दारोगा पवन मिश्रा, आशीष तिवारी व उसके साथियों की पोल खोल दी। बयान की सत्यता जांचने के लिये अधिकारियों ने बिल्डिंग की सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो आरोप सही मिला। उन्होंने एसएसपी को पूरे मामले की जानकारी दी। एएसपी ग्रामीण ने बताया कि गोसाईगंज पुलिस ने अंकित की तहरीर पर दारोगा पवन, आशीष के अलावा मधुकर मिश्रा व चार अन्य अज्ञात के खिलाफ डकैती व अन्य संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली। दारोगा पवन, आशीष व सिपाही प्रदीप को सस्पेंड करते हुए उन्हें अरेस्ट कर लिया गया है। इसके साथ ही घटना में शामिल प्रदीप के ड्राइवर अंगद यादव को भी अरेस्ट कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों दारोगाओं के आवास पर तलाशी ली गई तो वहां से 36 लाख रुपये बरामद हुए हैं। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।

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मंत्री की कॉल से हरकत में आए अधिकारी

सूत्रों के मुताबिक, पीडि़त अंकित अग्रहरि की प्रदेश सरकार के एक मंत्री से परिचय है। बताया जा रहा है कि दारोगा पवन व आशीष अपनी करतूत में सफल हो चुके थे। जबकि, चौकी इंचार्ज अहमामऊ प्रेम शंकर पांडेय ने मौके से बरामद 1.53 करोड़ रुपये बरामद कर लिये। बताया गया कि अंकित ने खुद के संग हुई घटना की जानकारी मंत्री को दी। मंत्री ने एसएसपी को कॉल कर नाराजगी जताई। जिसके बाद एसएसपी को पूरी घटना का पता चला और उन्होंने एएसपी ग्रामीण व सीओ मोहनलालगंज को मौके पर जांच के लिये भेजा। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई।

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आरोपी मधुकर के खिलाफ हैं कई केस

कारोबारी के घर डकैती की घटना से चर्चा में आए मधुकर शुक्ला के खिलाफ महानगर, गाजीपुर व इंदिरानगर थाने में मारपीट, बलवा, कब्जा करना जैसी संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। अब पुलिस इन मुकदमों की भी पड़ताल में जुट गई है।

Posted By: Inextlive