PATNA : पटना सिटी इलाके का दहशत पप्पू मियां उर्फ शहजादा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. उसके सहयोगी पप्पू यादव को भी दबोच लिया गया. दोनों पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं जिनमें ज्यादातर मर्डर के मामले हैं. पप्पू मियां को पुलिस 11 साल से तलाश रही थी.


पप्पू खान ने पुलिस के सामने हाल के चार हत्याकांड में शामिल होने की बात भी एक्सेप्ट की। पटना पुलिस को सूचना मिली थी कि पप्पू मियां ने वेस्ट बंगाल में शरण ले रखा है। सीनियर एसपी आलोक कुमार के आदेश पर डीएसपी पटना सिटी सुशील कुमार और स्पेशल सेल के मृत्युंजय सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। इस टीम ने साउथ चौबीस परगना के विष्णुपुर थाना क्षेत्र में रेड डाली और दोनों को दबोच लिया। ये दोनों वहां फर्जी वोटर आईकार्ड और फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनाकर रह रहे थे। बनना चाहता था डॉन
अपराध जगत पर एकछत्र राज करने की तमन्ना। छोटे-मोटे अपराधियों से लेकर बिजनेसमैन तक के दिलों में अपने नाम का खौफ जगाने की हसरत। एक नहीं, कई हत्याएं कर चुका है पप्पू मियां उर्फ शहजादा। अपने साथी पप्पू यादव के सहयोग से उसने पटना सिटी से फतुहा तक में ऐसी दहशत फैलाई कि लोग आतंकित हो गए। गिरफ्तारी के बाद पुलिस के समक्ष पप्पू मियां ने कबूल किया कि उसे अपने इलाके का बेताज बादशाह बनना है। वह डॉन बनना चाहता है। यही कारण है कि  उसने रंगदारी से लेकर बम विस्फोट और हत्या-लूट की इतनी वारदातों को एक साल में ही अंजाम दे दिया।11 साल से ढूंढ रही थी पुलिस


पप्पू मियां और पप्पू यादव ने अलग-अलग कई घटनाओं को अंजाम दिया है। हालांकि एक-दूसरे की जरूरत समझकर दोनों साथ हुए और फिर पटना पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए। पप्पू मियां ने दबंग प्रोपर्टी डीलर नोमान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा फिरोज उर्फ चुन्नू मियां को भी चाय दुकान से खदेड़कर गोलियों से भून डाला था। वहीं, सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में महताब को भी उसने टपकाया था। इन सभी कांडों में वह डायरेक्ट इंवॉल्व था। खाजेकलां में उसने बम विस्फोट कर रंगदारी मांगी थी। इस संबध में 22 जुलाई 11 को मामला भी दर्ज हुआ था। पिछले 11 सालों से पुलिस उसे तलाश रही थी। हो गया था अलर्ट

पप्पू मियां जब भी किसी घटना को अंजाम देता था, पटना से बाहर फरार हो जाता था। बहुत दिनों से उसने वेस्ट बंगाल में ही अपना ठिकाना बना रखा था। जबसे उसका रिश्तेदार और कुख्यात अपराधी हमजा पुलिस के हाथ आया है, वह अलर्ट होकर रह रहा था। वह बार-बार मोबाइल का सिम बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था। उसका साथी पप्पू यादव भी कम शातिर नहीं है। पुलिस की मानें, तो फतुहा में टुनटुन यादव गिरोह से उसकी अदावत काफी चर्चित रही है। पिछले चार महीनों में उसने दो हत्या की है। पिछले साल ही पंचायत चुनाव से पहले वह जेल से निकला था।ट्रेंड लड़कों की है टीमपुलिस की मानें, तो पप्पू मियां ने कम उम्र के ट्रेंड लड़कों की एक टीम बनाई है। इस गिरोह के शातिर अपराधी उसके इशारे पर जान देने से भी नहीं चूकते हैं। पटना से बाहर रहकर भी वह ऑर्डर देता है और ये लड़के उसे फॉलो करते हैं। जमीन की खरीद-फरोख्त में उसे कमीशन नहीं दिए जाने पर उसे मारने से भी नहीं हिचकता था।

Posted By: Inextlive