RANCHI: मंगलवार को कोयल शंख जोन के ईनामी सब-जोनल कमांडर गजेंद्र साव उर्फ गज्जू साव तथा भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर कुलदीप मेहता ने डीजीपी डीके पांडेय के समक्ष सरेंडर कर दिया। झारखंड पुलिस द्वारा गजेंद्र साव उर्फ गज्जू साव पर पांच लाख तथा कुलदीप मेहता पर दो लाख रुपए का ईनाम घोषित किया गया था।

फ्0 नक्सली कांड, क्फ् पुलिस जवान के हत्यारोपी

गजेंद्र लातेहार जिला के अमवाटीकर व कुलदीप मनिका थाना क्षेत्र के पलौया गांव का रहनेवाला है। गजेंद्र पर लातेहार समेत पलामू, गुमला जिले में नक्सली कांड से संबंधित फ्0 से अधिक मामले दर्ज हैं। जबकि कुलदीप महतो पर आठ मामले दर्ज हैं। नक्सली कांडों में पुलिस जवानों की हत्या, पुलिस मुठभेड़, रेलवे लाइन उड़ाने, विस्फोट व अन्य कई संगीन मामले दर्ज हैं। जनवरी, ख्0क्फ् में लातेहार के कटिया जंगल में क्फ् पुलिस जवानों की हत्या मामले में यह मुख्य सूत्रधार था। कुलदीप मेहता माओवादियों की ब्क् नंबर प्लाटून में कमांडर भी है। इन दोनों के सरेंडर करने से लातेहार जिला पुलिस, सीआरपीएफ एवं संयुक्त बल को बड़ी राहत मिली है। इस आत्मसमर्पण में लातेहार जिला पुलिस, सीआरपीएफ क्क् वीं बटालियन एवं संयुक्त बलों की सम्मिलित भूमिका है।

कोयल संघ जोन में कमजोर हुए माओवादी

पुलिस मुख्यालय में एडीजी सह पुलिस प्रवक्ता एसएन प्रधान ने कहा कि दोनों ने राज्य के उग्रवादी आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर किया है। इनके सरेंडर करने से भाकपा माओवादी संगठन कोयल शंख जोन में काफी कमजोर हो जाएगा। पुलिस ने सरेंडर करने वाले इन नक्सलियों को सरकार द्वारा घोषित राशि प्रदान की है।

डीजीपी ने की अपील

डीजीपी डीके पांडेय ने कहा है कि राज्य के युवक भटक कर गलत विचारधारा में चले गए हैं। उन्होंने नक्सलियों से मुख्यधारा में जुड़कर राज्य में विकास आदि करने में सहयोग करने की अपील की है। आत्मसमर्पण के वक्त डीजीपी डीके पांडेय, एडीजी एसएन प्रधान, एडीजी अजय भटनागर, आईजी एमएस भाटिया, पलामू रेंज के डीआईजी साकेत कुमार सिंह, लातेहार एसपी अनूप टी मैथ्यू व सीआरपीएफ के अधिकारी मौजूद थे।

Posted By: Inextlive