RANCHI:ताइक्वांडों फेडरेशन ऑफ इंडिया में तीन चार महीने से विवाद चल रहा है। फेडरेशन के पूर्व प्रेसीडेंट हरीश कुमार अपनी मनमानी कर कई सालों से फेडरेशन चलाते रहे। एक नियम के तहत ये बात सामने आई कि फेडरेशन का प्रेसीडेंट कोई एक आदमी तीन साल तक ही रह सकता है। इसके बाद हरीश कुमार ने अपनी वाइफ को इसका प्रेसीडेंट बना दिया और अपने नाम से सारे काम करने लगे। ख्ब् स्टेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इसका विरोध किया ओर कोलकाता में मीटिंग कर हरीश कुमार को हटा दिया गया। इसके बाद हरीश कुमार ने ख्ब् स्टेट के पदाधिकारियों को हटा कर नए लोगों को नियुक्त कर दिया। मामला व‌र्ल्ड ताइक्वांडो फेडरेशन तक पहुंचा, तो राज ककाती फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट बनाए गए, जिसे आइओए ने भी मान्यता दे दिया।

विरोधी बनाने लगे अपना एसोसिएशन

हरीश कुमार द्वारा सभी स्टेट में पुराने लोगों को ताइक्वांडो एसोसिएशन बनाने की बात सामने आई। इसके बाद झारखंड में कमलेश पांडे यहां के प्लेयर्स को अपने वैलिड एसोसिएशन का वास्ता और फ्भ्वें नेशनल गेम्स में मौका देने की बात कहकर सेलेक्ट करने लगे। कई प्लेयरों को कमलेश ने बेवकूफ बनाया। जबकि कमलेश के ताइक्वांडो एसोसिएशन को किसी की मान्यता ही नहीं है। इस तरह झारखंड में ताइक्वांडो का फर्जी एसोसिएशन बन गया।

आईओए चेयरमैन वी नानावती से सीधी बातचीत

सवाल: क्या ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया पर डिसीजन हो गया है?

जवाब: अभी तक कोई डिसीजन नहीं हुआ है। मामला अभी चल ही रहा है।

सवाल: धनबाद में फेडरेशन की ओर से इलेक्शन हो रहा है, क्या इसकी जानकारी है आपको?

जवाब: नहीं, मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है

सवाल: क्या बिना फैसला हुए इलेक्शन हो सकता है?

जवाब: हमने राज ककाती के फेडरेशन को मान्यता दी है। अगर वो इलेक्शन करवा रहे हैं, तो ठीक है।

Posted By: Inextlive