1000-500 के पुराने नोट बने मुसीबत

- दस की माला पहले 110 रुपये

- दस की माला अब 175 रुपये

- करेंसी की कमी के चलते सहालग पर दिख रहा असर

- वेन्यू और बैंड बुक कराने में बज रहा है लोगों का बैंड

LUCKNOW: किसी को गेस्ट हाउस बुक कराना है तो किसी को बैंड। कोई कैटर्स को एडवांस देने के लिए परेशान है तो किसी को बग्घी की बुकिंग के लिए रकम देनी है। शॉपिंग के साथ दुल्हन के मेकअप के लिए पार्लर में बुकिंग करानी है, लेकिन कर क्या रहे हैं। सुबह से शाम तक लाइन में दिन गुजार रहे हैं। कभी बैंक की लाइन में तो कभी एटीएम की लाइन में। ऐसे में शादियों की तैयारियों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेश के बाद राजधानी में लोग 500 और 1000 के पुराने नोट नहीं ले रहे हैं। ऐसे में सबसे बुरा हाल उन लोगों का है जिनके घर में शादी की तैयारियां चल रही हैं। पर्याप्त करेंसी उपलब्ध ना होने से लोग इधर-उधर भटक रहे हैं। कुछ लोगों ने करेंसी की वजह से अपने बजट को पहले से कम कर दिया है।

एडवांस देने में आ रही है परेशानी

इंदिरा नगर निवासी रमेश चंद्र मिश्र के घर में शादी की तैयारियां चल रही हैं। बेटी प्रीति की शादी के लिए मां आशा और बेटी पूनम दिन रात तैयारियों में जुटी हैं। मां का कहना है कि बेटी की शादी को लेकर काफी खुश हैं, लेकिन शादी की तैयारियों के लिए पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। 1000-500 के पुराने नोट बंद होने से बहुत परेशानी हो रही है। शादी के लिए गेस्ट हाउस बुक कराना है, लेकिन अब उसके लिए नोट की व्यवस्था करनी होगी। गेस्ट हाउस वालों ने 500 और 1000 के पुराने नोट लेने से इंकार कर दिया है। ऐसा ही हाल कैटर्स का है। उससे बात की तो उसने एडवांस की डिमांड की, लेकिन वह भी छुट्टे ही मांग रहा है। पूनम ने बताया कि सिर्फ ये ही नहीं अभी शॉपिंग करनी है। वहां भी फुटकर धनराशि ही चाहिए होगी। कपड़े, ज्वैलरी सभी कुछ लेना है, लेकिन सभी जगह छुट्टे ही डिमांड की जा रही है।

कई जगह करनी पड़ी कटौती

कुछ ऐसा ही हाल गोमती नगर में रहने वाले शशिकांत सिंह का है। उनके बेटे सौमित्र सिंह की जल्द ही शादी होने वाली है। अपने एकलौते बेटे की शादी में वह किसी तरह की कोई कमी नहीं रखना चाहते, लेकिन करेंसी को लेकर काफी समझौता करना पड़ा। बताया कि कार्ड छपवाने से लेकर खाने के आइटम तक में कटौती करनी पड़ी है। बताया कि 12 सौ कार्ड छपवाए गए थे, लेकिन परेशानियों की वजह से सभी नहीं बंट सके। खाने के कई स्टॉल लगने थे, लेकिन करेंसी चेंज की वजह से इसमें भी कटौती करनी पड़ी। परेशानियों के बाद भी वह प्रधानमंत्री के फैसले का स्वागत किया है और कहा कि इन परेशानियों से ऊपर देश है। करेंसी को लेकर होने वाली परेशानी के चलते शशिकांत सिंह और उनकी पत्‍‌नी नुपुर सिंह ने बताया कि 500-1000 के पुराने नोट बंद होने से जो भी परेशानी हुई उसको दूर करने की कोशिश की गई है। बड़े खर्चों से लेकर शादी में पंडित को देने तक कई जगह छोटे नोटों की जरूरत भी पड़ती है। नोटों की कमी के चलते ही गेस्ट लिस्ट भी कटशार्ट करनी पड़ी है।

बढ़ गई माला की कीमत

अधिकांश शादियों में दूल्हे को नोट्स की माला पहने हुए देखा जा सकता है, लेकिन छोटे नोट्स की माला भी अब नहीं मिल रही है। खासतौर से सौ के नोट की माला मार्केट में अब नहीं मिल रही है। दस रुपये के नोट्स की माला ही बाजार में बिक रही है। दस रुपये के दस नोट की माला जो अब तक 110 रुपये में मिलती थी वह अब 175 रुपये तक पहुंच गई है।

Posted By: Inextlive