-टैंक में गैस रिसाव होने से मजदूर समेत दो की मौत

-भौंती में भारत पेट्रोलियम के पास बने प्लांट में हुआ हादसा

-प्लांट में मजदूरों के लिए एक भी सेफ्टी मास्क नहीं था

-एलडीओ टैंक की सफाई करने के लिए उतरा था, गैस रिसाव से हुआ बेहोश

-उसको बचाने में एक युवक की जान गई, मास्क न पहनने की वजह से हुआ हादसा

-हैलट में परिजनों समेत साथी मजदूरों ने किया हंगामा, पुलिस ने स्थिति को संभाला

KANPUR :

सचेण्डी में गुरुवार को गिट्टी मिक्सिंग प्लांट की सफाई करने के दौरान मजदूर समेत दो लोगों की जान चली गई। मजदूर टैंक के अंदर बिना मास्क पहने ही सफाई करने के लिए उतरा था। तभी अचानक टैंक में गैस रिसाव होने लगा, जिससे वो बेहोश होकर वहीं पर गिर गया। जिसे देख साथी मजदूर शोर मचाने लगे। शोर सुनकर प्लांट के बाहर खड़ा एक युवक भी उसे बचाने के लिए टैंक में उतर गया, लेकिन बिना मास्क के अंदर घुसा युवक भी गैस के संपर्क में आते ही बेहोश हो गया। दोनों को टैंक से निकालकर हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

शिवपुरी में रहने वाले धर्मेन्द्र का सचेण्डी में भारत पेट्रोलियम के पास अभिषेक इण्टरप्राइजेज के नाम से प्लांट है। जिसमें गिट्टी मिक्सिंग का काम होता है। गुरुवार को प्लांट के एलडीओ टैंक की सफाई होनी थी। मैनेजर के कहने पर प्लांट कर्मी कन्हई बिना मास्क पहने ही सीढ़ी के सहारे टैंक में उतर गया। वो टैंक की सफाई कर रहा था कि अचानक उसमें गैस का रिसाव होने लगा। जिससे वो अचेत होकर टैंक में ही गिर पड़ा। जिसे देख उसके साथी शोर मचाने लगे। शोर शराबे को सुनते ही प्लांट के बाहर एक दुकान में खड़ा भौंती निवासी छोटे (ख्0) भागकर मौके पर पहुंच गया। वो भी बिना कुछ सोचे समझे धर्मेन्द्र को बचाने के लिए बिना मास्क पहने टैंक में तो उतर गया, लेकिन वो वहां पर खुद भी फंस गया। वो गैस का रिसाव झेल नहीं पाया और कुछ ही सेकेंड में बेहोश हो गया। जिससे प्लांट में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में मैनेजर समेत अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। मास्क पहनकर कर्मचारियों ने टैंक में उतरकर दोनों को किसी तरह बाहर निकाला। जिसके बाद कर्मचारी उनको हैलट ले गए। जहां डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

भड़क गए छोटे के परिजन

हादसे में छोटे की मौत होने से उसके परिजन समेत अन्य मजदूर भी भड़क गए। वे मुआवजे की मांग को लेकर पोस्टमार्टम के बाहर हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर स्वरूपनगर थाने की पुलिस ने मौके पर जाकर स्थिति को संभाला। इंस्पेक्टर ने गुस्साए लोगों को समझाकर शान्त कराया। इसके बाद शवों का पोस्टमार्टम हो पाया।

टैंक में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पाए मजदूर

टैंक में कन्हई के बेहोश होने के वक्त वहां पर कई मजदूर मौजूद थे, लेकिन कन्हई का हाल देखकर कोई भी मजदूर टैंक में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। हालांकि वे मदद के लिए शोर मचा रहे थे। जिसे सुनते ही छोटे भागकर मौके पर पहुंचा और धर्मेन्द्र को बचाने के लिए टैंक में उतर गया।

सबका लाडला था छोटे

मजदूर को बचाने के लिए अपनी जान गंवाने वाला छोटे भौंती निवासी राम प्रसाद का बेटा था। वो चार भाइयों में दूसरे नम्बर का था और पूरे परिवार का लाडला था। वो प्राइवेट जॉब करता था। वो प्लांट के बाहर कोल्ड ड्रिंक पी रहा था। तभी शोर शराबा सुनकर मौके पर पहुंच गया। वहीं, कन्हई के परिवार के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। एसओ का कहना है कि प्लांट के मैनेजर से उसके परिवार के बारे में पता लगाया जा रहा है, ताकि उसके परिजनों को सूचित किया जा सके।

हैलट में शवों को छोड़कर भाग गया मैनेजर

टैंक में गैस रिसाव से अचेत हुए दोनों युवकों को प्लांट का मैनेजर और उनके कुछ साथी हैलट ले गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वहां पर जैसे ही मैनेजर समेत अन्य मजदूरों को दोनों की मौत का पता चला। वे शवों को छोड़कर भागने लगे। जिसे देख वहां पर मौजूद लोगों ने मुकेश और सुनील को पकड़ लिया, जबकि मैनेजर वहां से भागने में सफल हो गया। मुकेश और सुनील खुद को बेकसूर बताते हुए हाथ जोड़कर माफी मांगने लगे। जिस पर लोगों ने उनको छोड़ दिया।

.तो बच जाती दोनों की जान

एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक कन्हई और छोटे काफी देर तक टैंक में पड़े रहे। अगर उन्हें जल्दी बाहर निकाल लिया जाता तो उनकी जान बच सकती थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक प्लांट में मास्क नहीं होने की वजह से दोनों को सही समय पर बाहर नहीं निकाला जा सका। वहां पर मजदूर तो थे, लेकिन वे मास्क नहीं होने की वजह से टैंक में नहीं उतर सके। मजबूरी में कुछ मजदूरों को मुंह में कपड़ा बांधकर टैंक में उतरना पड़ा। वहीं, प्लांट कर्मियों का कहना है कि उन लोगों को मास्क नहीं दिया गया है। इसी वजह से उनको बिना मास्क के ही टैंक में उतरना पड़ता है। कई बार मैनेजर से मास्क दिलाए जाने की मांग की गई, लेकिन मैनेजर की अनदेखी से उनको मास्क नहीं मिला। इस हादसे से घबराए मजदूरों ने अब बिना मास्क के टैंक में उतरने से तौबा कर ली। उन्होंने कहा कि अब वे बिना मास्क के टैंक में नहीं उतरेंगे।

Posted By: Inextlive