-गोविंदनगर स्थित सेंटर में कैंडिडेट की जगह परीक्षा दे रहे दो सॉल्वर को लखनऊ एसटीएफ ने दबोचा

-निशानदेही पर सरगना भी पकड़ा गया, लेकिन कैंडीडेट एसटीएफ के हाथ से निकल गया

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KANPUR : सख्त पहरे और एडवांस सिक्योरिटी सिस्टम के बाद भी शहर में होने वाली कोई भी परीक्षा सॉल्वर गैंग के हमले से बच नहीं पा रही है। रविवार को सॉल्वर गैंग ने सिविल कोर्ट स्टाफ की परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की, लेकिन उनको लखनऊ एसटीएफ ने नाकाम कर दिया। एसटीएफ ने एक सेंटर से दो सॉल्वर को सरगना समेत दबोच लिया। हालांकि कैंडीडेट एसटीएफ के हाथ से निकल गया। उसकी तलाश में अब एसटीएफ दबिश दे रही है।

मुखबिर से मिली सूचना

गोविंदनगर स्थित एक सेंटर में रविवार को सिविल कोर्ट स्टाफ की केंद्रीकृत भर्ती की परीक्षा चल रही थी। लखनऊ एसटीफ को मुखबिर से पता चला कि परीक्षा में दो कैंडीडेट की जगह सॉल्वर पेपर दे रहे हैं। एसटीएफ की एक टीम ने सेंटर में छापा मारकर दोनों सॉल्वर को पकड़ लिया। दोनों की निशानदेही पर एसटीएफ ने उनके सरगना को भी दबोच लिया। हालांकि कैंडीडेट भाग गया। एसटीएफ प्रभारी ने बताया कि सॉल्वर अभिनव यादव और आदित्य यादव को पकड़ा गया है। उनके गैंग का सरगना राहुल यादव है, जो उनको पेपर दिलाने के लिए लाया था। एसटीएफ पूछताछ में कुलदीप यादव नाम के कैंडीडेट का पता चला है, जो एसटीएफ की दबिश से पहले फरार हो गया। अब उसकी तलाश करने के साथ ही दूसरे कैंडीडेट का पता लगाया जा रहा है।

पांच लाख में लिया ठेका

एसटीएफ पूछताछ में सरगना ने बताया कि उसने पांच लाख रुपये पेपर पास कराने का ठेका लिया था। उसने सॉल्वर को एक एक लाख रुपये देने का लालच दिया था। राहुल ने बताया कि वह कई परीक्षाओं में सेंध लगा चुकी है। बताया जा रहा है कि अब पुलिस उसको रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी। जिसमें कई सॉल्वर को पता लग सकता है।

Posted By: Inextlive