- सोरांव के लोगों ने आई नेक्स्ट रिपोर्टर से की फोन पर शिकायत

- आईनेक्स्ट ने लिया इनीशिएटिव, प्रशासन की मदद से वापस कराया पब्लिक पैसा

ALLAHABAD: आधार कार्ड बनाने के नाम पर लोगों से अवैध वसूली का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को सोरांव ब्लाक के बारी गांव में ऐसे ही एक मामले में ग्रामीणों ने विरोध शुरू किया तो बवाल मच गया। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी आई नेक्स्ट रिपोर्टर को दी। तत्काल मामले से प्रशासन को अवगत कराया गया तो कार्रवाई शुरू हो गई। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पाया कि वाकई फॉर्म भराए जाने के नाम पर पैसे की वसूली हो रही थी। संबंधित एजेंसी को फटकार लगाते हुए लोगों के पैसे वापस कराए गए और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

पहले पचास और फिर तीस मांगे

सोरांव ब्लॉक के बारी गांव में शनिवार से आधार कार्ड कैंप लगाया गया है। यहां पर ग्रामीणों के फॉर्म भरवाकर उनका रेटिना और फिंगर स्कैनिंग की जा रही है। रविवार सुबह गांव के राम बहादुर, विनोद कुमार, रमेश, अमर सिंह, सुधीर कुमार, राम आसरे पटेल, लल्लन पासी, मनोज कुमार की ओर से आई नेक्स्ट को जानकारी दी गई कि कैंप के कर्मचारी फॉर्म भरवाने के नाम पर पचास और तीस रुपए की मांग कर रहे हैं। जबकि नियमानुसार आधार कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया पूरी तरह निशुल्क है। पैसे की जबरन वसूली के विरोध में ग्रामीणों और एजेंसी कर्मचारियों के बीच गर्मागर्म बहस भी हुई।

सीडीओ को दी जानकारी

आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने तत्काल इसकी जानकारी सीडीओ और प्रभारी डीएम अटल कुमार राय को दी। उन्होंने मामले की तहकीकात के लिए एसडीएम सोरांव को आदेश दिए। थोड़ी ही देर में नायब तहसीलदार अभिनव पाठक को मामले की जांच के लिए भेजा गया। मौके पर प्रथम दृष्टया पैसे लेने की बात सामने आ गई। गांव वालों ने बताया कि अधिकारियों ने उनके पैसे वापस दिला दिए और पैसे वसूली का आरोप लगाने वालों के लिखित बयान भी दर्ज कराए। साथ ही एजेंसी के कर्मचारियों को फटकार भी लगाई गई। एसडीएम सोरांव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और दोष सिद्ध होने पर संबंधित एजेंसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई के बाद ग्रामीणों ने आई नेक्स्ट को धन्यवाद दिया।

पहले भी होती रही है वसूली

आधार कार्ड के नाम पर धन वसूली करने का मामला पहला नहीं है। इसके पहले शहर के बेनीगंज और राजापुर मामले में भी लोगों ने इसी तरह की शिकायत दर्ज कराई थी। इसको लेकर डीएम पी गुरु प्रसाद ने तत्काल कुछ एजेंसियों को आधार कार्ड बनाए जाने के लिए नामित किया था। साथ ही उन्होंने एजेंसियों के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी थी। बावजूद इसके मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। सोरांव के बारी गांव की घटना इसकी जीती-जागती मिसाल है।

Posted By: Inextlive