- इस कोर्स से स्टूडेंट को यूनिवर्सिटी लेवल पर एडमिशन लेने में होगा फायदा

- कोर्स के माध्यम से स्टूडेंट कंप्यूटर साइंस, इनफॉर्मेशन, मल्टीमीडिया एंड वेब टेक्नोलोजी में से एक सब्जेक्ट ले सकते हैं

Meerut : यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने सीबीएसई के स्टूडेंट के लिए नए साल से एक नए कोर्स को मान्यता दी है। इसके साथ ही अब सीबीएसई स्कूलों में स्टूडेंट्स को कंप्यूटर बेस्ड कोर्स कर सकेंगे। इसका फायदा यह होगा कि इस कोर्स में मिलने वाले नंबरों को यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में एडमिशन के समय जोड़ा जाएगा।

शुरू किया कोर्स

इसी माह से सीबीएसई ने कंप्यूटर बेस्ड कोर्स शुरू किया है। दसवीं के बाद इस कोर्स के माध्यम से स्टूडेंट कंप्यूटर साइंस, इनफॉर्मेशन, मल्टीमीडिया एंड वेब टेक्नोलोजी में से एक सब्जेक्ट ले सकते हैं। इन सब्जेक्ट में 70 नंबर थ्योरी बेस्ड एग्जाम और 30 नंबर का प्रैक्टिकल एग्जाम होगा। सीबीएसई का मानना है कि दसवीं के बाद स्टूडेंट कंप्यूटर पर ध्यान नहीं देते हैं, लेकिन इस कोर्स केबाद स्टूडेंट अपनी पसंद के अनुसार तीनों में से कोई भी एक सब्जेक्ट ले सकता है। कंप्यूटर बेस्ड कोर्स के लिए सीबीएसई ने कुछ दिन पहले यूजीसी को भी पत्र भेजा था, जिसमें मांग की थी कि इस कोर्स के अंकों को मेन सब्जेक्ट के तौर पर यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में होने वाले एडमिशन के समय जोड़ा जाए। लंबे समय तक विचार करने के बाद यूजीसी ने अब इसे हरी झंडी दे दी है।

यूनिवर्सिटीज को लेटर

यूजीसी ने इस संबंध में सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को भी पत्र जारी किया है कि सीबीएसई स्कूलों में शुरू हुए इस कोर्स को अन्य सब्जेक्ट के तौर पर अहमियत दी जाए। यूजीसी के इस फैसले के बाद न केवल स्टूडेंट में कंप्यूटर के प्रति रुझान बढे़गा बल्कि आने वाले समय में स्किल बेस्ड कोर्स की तरफ युवाओं की संख्या भी बढे़गी। यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज को भी लिखा है कि वह सीबीएसई के इस कोर्स लेने वाले स्टूडेंट को अलग से एडमिशन में मा‌र्क्स और प्राथमिकता दें।

सीबीएसई की तरफ से लागू किया गया यह कोर्स हर स्टूडेंट को लेना चाहिए। अब यूजीसी से मान्यता मिलने के बाद स्टूडेंट को इस कोर्स से काफी फायदा मिलने वाला है।

-राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव

यूजीसी ने ऐसे निर्देश दिए हैं। इस बारे में नॉलेज है, यूजीसी के निर्देशों का पूरा पालन किया जाएगा और एडमिशन में भी स्टूडेंट को इसका फायदा मिलेगा।

-प्रो। एनके तनेजा, वीसी, सीसीएस यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive