माघ शुक्ल चतुर्थी को ही उमा चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन सफेद फूलों से माता पार्वती के पूजन का विशेष विधान है। इस दिन उत्तरा भाद्र पद नक्षत्र के सिद्धयोग में बनने वाला सिद्ध योग प्रातः 07:05 बजे से दोपहर 12:26 बजे तक विशेष रहेगा।

माघ को ईश्वर की कृपा प्राप्ति का मास कहा जाता है। इस मास में 05 फरवरी से माघीय नवरात्रि या माघ गुप्त नवरात्रि 14 फरवरी तक है। इस वर्ष इस मास में अर्धकुंभ होने से इस मास का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस बार शनिवार 9 फरवरी को उमा चतुर्थी है, इस दिन व्रत और पूजा करने से भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

माघ शुक्ल चतुर्थी को ही उमा चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन सफेद फूलों से माता पार्वती के पूजन का विशेष विधान है। इस दिन उत्तरा भाद्र पद नक्षत्र के सिद्धयोग में बनने वाला सिद्ध योग प्रातः 07:05 बजे से दोपहर 12:26 बजे तक विशेष रहेगा।

पूजा विधि

इस दिन पुरुषों और विशेष रूप से स्त्रियों को सफेद रंग के फूलों तथा कुछ अन्य फूलों से देवी उमा का पूजन करना चाहिए। ऐसे करने से माता उमा जल्द प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।

इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को पूजा के समय माता पार्वती को गुड़, लवण तथा जौ भी समर्पित किया जाता है। इसका विशेष लाभ मिलता है।

व्रती को एक बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि उनको सधवा महिलाओं, ब्राह्मणों तथा गाय का सम्मान करना चाहिए।

- ज्योतिषाचार्य पं राजीव शर्मा

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Posted By: Kartikeya Tiwari