-महज 15 दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या 167 हुई

-शनिवार को 72 सैंपल लिए गए, संदिग्ध मरीजों की संख्या 843 पहुंची

-स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे विभागों व स्थानीय लोगों से फिर मांगा सहयोग

DEHRADUN: राजधानी में डेंगू का डंक बढ़ता ही जा रहा है। टाइगर मॉस्क्यूटो का दायरा अब बढ़कर कारगी चौक तक पहुंच गया है। शनिवार को नौ डेंगू के मामले सामने आए, जबकि 72 संदिग्ध मरीजों के ब्लड सैंपल भी लिए गए। जानकारों का मानना है कि राजधानीवासियों को अगले दो महीने तक डेंगू से सामना करना पड़ सकता है। पिछले साल दून में डेंगू के मामलों की तादाद साढ़े आठ सौ तक पहुंची थी।

संदिग्धों की संख्या 843 पार महज पंद्रह दिन और डेंगू के मरीजों की संख्या 167. जबकि संदिग्ध मरीजों की संख्या 843 के पार। अंदाजा लगाया जा सकता है कि डेंगू दून शहर में किस कदर अपने पैर पसार रहा है। डेंगू से निजात पाने को पिछले दिनों स्थानीय लोगों ने दुआ का भी सहारा लिया। लेकिन फिर भी सुकून नहीं मिल पाया। शनिवार को डेंगू के भय से 102 लोग पथरीबाग इलाके में जारी ओपीडी में पहुंचे। 72 संदिग्ध लोगों की सैंपलिंग हुई तो नौ पॉजिटिव मामले सामने आए।

एक हफ्ता और चलेगा कैंप

स्वास्थ्य महकमे की पथरीबाग में पिछले 15 जुलाई से लगातार कैंप चल रहा है। सामने आ रहे मामलों को देखते हुए विभाग ने टीम के करीब एक हफ्ते कैंप करने की बात कही है।

जिम्मेदारी से हट रहे पीछे

स्वास्थ्य महकमे का कहना है कि डेंगू नियंत्रण पर संबंधित विभाग व स्थानीय लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं। जिसमें नगर निगम, जल संस्थान, एमडीडीए, पीडब्ल्यू जैसे विभाग शामिल हैं। स्टेट नोडल ऑफिसर डॉ। किरन बिष्ट का कहना है स्थानीय लोगों व बाकी विभागों को अपनी जिम्मेदारी के लिए आगे आना चाहिए।

डेंगू नियंत्रण में बजट का रोड़ा

सीएमओ कार्यालय का कहना है कि डेंगू कंट्रोल पर बजट की कमी का रोना भी है। इसके लिए डीजी हेल्थ कार्यालय को करीब 20 लाख से अधिक का प्रस्ताव दिया गया है। लेकिन अब तक धनराशि रिलीज नहीं हो पाई है।

अब स्वास्थ्य मंत्री क्या कहेंगे?

राजधानी में हर रोज सामने आ रहे डेंगू के मरीजों के मामले पर स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी कह रहे हैं जितनी हवा है, उतना डेंगू का प्रकोप नहीं है। पिछले दिन विधानसभा भवन में बैठक के दौरान उन्होंने यह बात कही थी।

Posted By: Inextlive