- शेरगढ़ के गांव वैरमनगर निवासी किशोरी की घर आई थी बारात

- निकाह की रस्मों के बीच पहुंची पुलिस, बालिग होने का सर्टिफिकेट नहीं दे पाए परिजन

BAREILLY : दुल्हन के घर में निकाह से पहले की रस्में चल रही थीं। दूल्हा भी बारात लेकर दूल्हन के गेट पर पहुंच चुका था। लेकिन, इसी दौरान शेरगढ़ थाना पुलिस भी वहां पहुंच गई। दुल्हन के बालिग होने का सर्टिफिकेट मांग लिया। लेकिन परिजन दुल्हन के बालिग होने का कोई प्रमाण नहीं दिखा पाए। पुलिस को वोटर लिस्ट में भी दुल्हन का नाम नहीं मिला। इससे पुलिस ने दूल्हन को नाबालिग मान निकाह रुकवा दिया। साथ ही दूल्हा और दुल्हन के परिजनों को नोटिस थमा दोनों की बालिग होने के बाद निकाह करने की हिदायत दी। इसके बाद दूल्हा और बारात बैरंग लौट गए। मामला शेरगढ़ थाना के गांव वैरमनगर का है।

पुलिस को मिली थी सूचना

वैरमनगर निवासी किशोरी का निकाह गांव के ही तसब्बर खान के साथ तय हुआ था। फ्राइडे दोपहर दूल्हा बैंड, बाजा और बारात लेकर किशोरी के घर पहुंचा था। इसी बीच किसी ने पुलिस को दुल्हन के नाबालिग होने की सूचना दी। इस पर पुलिस वैरमनगर पहुंची और दूल्हन के ऐज सर्टिफिकेट मांगे। पुलिस को देख सभी के होश उड़ गए। परिजन दूल्हन के बालिग होने के कोई सर्टिफिकेट नहीं ि1दखा सके।

नोटिस थमाकर दी वार्निग

आनन-फानन में पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान को भी मौके पर बुला लिया गया। पुलिस ने दुल्हन का आधार कार्ड मांगा तो परिजन यह भी नहीं दिखा पाए। इसके बाद दुल्हन का नाम और उम्र वोटर लिस्ट में तलाशी गई। उसमें भी कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने नोटिस देकर उस पर दूल्हा के हस्ताक्षर कराए कि वह दूल्हन के बालिग होने तक निकाह नहीं करेगा।

कुछ नहीं बोले परिजन

धूमधाम से बारात लेकर पहुंचे दूल्हा के परिजन को इसके बाद बैरंग लौटना पड़ा। सारी तैयारियां धरी रह गई। इस संबंध में पूछे जाने पर दूल्हा और दुल्हन के परिजनों ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। ग्रामीण भी चुपपी साधे रहे। लेकिन, दुल्हन की उम्र को लेकर गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।

Posted By: Inextlive