- शहर में कई जगह अधूरा है सड़कों का निर्माण कार्य, मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति

- मेन रोड से लेकर लिंक रोड की हालत खस्ता, अफसर फोड़ रहे हैं चुनाव पर ठीकरा

शहर में कई जगह अधूरा है सड़कों का निर्माण कार्य, मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति

- मेन रोड से लेकर लिंक रोड की हालत खस्ता, अफसर फोड़ रहे हैं चुनाव पर ठीकरा

Meerut :Meerut : शहर की सड़कों का हाल किसी से छिपा नहीं है। कहने को सड़कों की सूरत बदलने के लिए तमाम विभाग पसीना बहा रहे हैं। लेकिन रोड का हाल देखिए, मेन से लेकर लिंक रोड तक खस्ताहाल है। हालांकि मेन रोड पर इन दिनों पैच वर्क और लेपन कार्य पीडब्ल्यूडी, नगर निगम आदि ने शुरू किया है। लेकिन काम अधूरा होने से दिक्कत कम होने की जगह ज्यादा बढ़ गई। बात दिल्ली रोड से शुरू करते हैं, जहां जागरण चौराहे से बेगमपुल तक छह स्थानों पर अधूरा पैच वर्क हुआ है। इसके अलावा गढ़ रोड, मवाना रोड, सरधना रोड, बागपत रोड आदि का भी हाल ऐसा ही है। अधूरा कार्य होने से जहां सड़क की सूरत बिगड़ रही है, वहीं हादसों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। उधर, सड़कों की सेहत की जिम्मेदारी उठाने वालों का हाल देखिए, जो अपनी जिम्मेदारी कम और ठिकरा फोड़ने में ज्यादा व्यस्त है।

कौन है जिम्मेदार

सड़कों की हेल्थ का ध्यान रखने के लिए नगर निगम, एमडीएम, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई आदि विभाग है। लेकिन बात जब रोड की मरम्मत की आती है तो सभी एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालते हैं। दिल्ली रोड की सूरत बदलने का काम इस समय जारी है, जिसके लिए एमडीए ने दस करोड का बजट भी जारी किया हुआ। उधर, पीडब्ल्यूडी रोड पर पैच वर्क कर रहा है। लेकिन जागरण चौराहे से बेगमपुल तक छह स्थानों पर अधूरा पैच वर्क किया गया है। अधूरा काम होने की बात पर दोनों विभाग एक दूसरे के पाले में गेंद डाल देते हैं।

सिर्फ खानापूर्ति

बरसात से पहले सभी सड़कों को चकाचक करने के निर्देश शासन ने दिए हुए हैं। अधिक सख्ती होने पर विभागों ने भी काम शुरू किया। लेकिन सिटी की सड़कों पर शुरू हुए काम का असर बेअसर ही दिख रहा है। दिल्ली रोड के साथ मवाना रोड, किला रोड, और गढ़ रोड की स्थिति अधिक खस्ता है। पीडब्ल्यूडी ने आधी सड़क पर लेपन कर छोड़ दिया है। अब बची आधी रोड टूटी सड़क से ज्यादा खतरनाक हो गई है। इसके अलावा आधी रोड पर हुआ पैच वर्क भी अधूरा होने से उखड़ना शुरू हो गया है।

राहत कम आफत ज्यादा

टूटी सड़कों को गडढा मुक्त करने के लिए नगर निगम और पीडब्ल्यूडी पैच वर्क कर रही है। लेकिन अधूरा काम होने से पब्लिक राहत कम और आफत का ज्यादा सामना कर रही है। पिछले दिनों दिल्ली रोड और गढ़ रोड पर हुए लेपन कार्य के कारण सुबह से लेकर शाम तक पब्लिक ने जाम झेला, लेकिन अब आधी सड़क पर ही काम होने से दिक्कत अधिक बढ़ गई है। आधी रोड की ऊंचाई करीब छह इंच बढ़ गई है और आधी सड़क छह इंच नीची हो गई है। इससे भी रोड पर पब्लिक को ड्राइविंग करते समय परेशानी हो रही है।

लिंक रोड भी बदहाल

नगर निगम ने साल ख्0क्फ्-क्ब् में क्0म्फ् किलोमीटर पक्की सड़क निर्माण करने का निर्णय लिया। इसके अलावा अपने क्षेत्र की सड़कों की देखरेख के लिए क्0.77 करोड का बजट भी जारी किया गया। लेकिन सिटी में लिंक रोड की हालत देखिए, किसी भी रोड पर इस बजट का असर नहीं दिखता। लिंक रोड की बदहाल हालत के लिए अब नगर निगम इस बार साल के शुरू में हुई बारिश और लोस चुनाव के कारण लगी आचार संहिता को अब जिम्मेदार ठहरा रहा है।

इलेक्शन बना बहाना

सड़कों पर हुए अधूरे मरंमत काम पर सभी विभाग जहां जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डालकर खुद का पीछा छुड़ा रहे हैं ,वहीं उनके पास दूसरा सबसे सटीक बहाना लोकसभा चुनाव है। पीडब्ल्यूडी, नगर निगम भी आचार संहिता का हवाला देकर काम प्रभावित होने का बहाना बना रहे हैं। जबकि सिटी की सड़कों की दशा सुधारने के लिए अधिकांश काम आचार संहिता लागू होने से पहले शुरू हुए थे। उधर, अधिकारी चुनाव में कर्मचारियों की डयूटी लगी होने को भी एक वजह बता रहे हैं।

वर्जन

बरसात से पहले सभी सड़कों की मरम्मत कर दी जाएगी। चुनाव के कारण कार्य जरूर प्रभावित हुआ, लेकिन अब सड़कों की सूरत बदलने का काम फिर से शुरू किया जा चुका है।

- केबी वाष्र्णेय, चीफ इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी

नगर निगम अपने क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत कार्य जारी रखे हुए हैं। हां चुनाव के कारण काम में कुछ परेशानी आई, लेकिन अब बरसात से पहले सभी सड़कों का काम पूरा कर लिया जाएगा।

- हरिकांत अहलुवालिया, मेयर

मेरठ की सड़कों को चकाचक करने और मेरठ-दिल्ली के बीच हाईवे निर्माण प्राथमिकता में है। केंद्र में सरकार के गठन होते ही सिटी के विकास में उसका असर दिखना शुरू हो जाएगा।

- राजेंद्र अग्रवाल, सांसद

पब्लिक बोली

मेन रोड पर अधूरा निर्माण अधिक खतरनाक है। कई बार ऐसी रोड पर वाहन अनियंत्रित हो जाता है और दुर्घटना हो जाती है। संबंधित विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए।

- दीपक कुमार

दिल्ली रोड पर पिछले छह माह से काम चल रहा है। लेकिन अभी तक अधूरा है। निर्माण कार्य में लगे विभागों की लापरवाही पब्लिक पर भारी पड़ रही है।

- राजू सिंह

गढ़ रोड को पहले जल निगम ने पाइप लाइन डालने के लिए उखाड़ा अब चौड़ीकरण और पैच वर्क के नाम पर तोड़ा जा रहा है। जबकि अधिक ट्रैफिक होने के बाद भी वैकल्पिक व्यवस्था ना होने से हर दिन जाम लग रहा है।

- सचिन कुमार

सिटी की लिंक रोड भी मरंमत नहीं होने से बदहाल हालत में है। जबकि नगर निगम द्वारा किया गया लेपन कार्य शुरू होने के साथ ही उखड़ गया। बारिश के दिनों में सड़क की हालत कैसी होगी, समझा जा सकता है।

- उज्जवल गर्ग

Posted By: Inextlive