जी-4 देशों द्वारा यूएन के विस्‍तार की मांग ने सुरक्षा परिषद में परमानेंट सीट को लेकर नई बहस छेड़ दी है। अगर यह विस्‍तार होता है तो इसका सीधा फायदा भारत को मिलेगा। क्‍योंकि जी-4 में जो 4 देश शामिल हैं उनमें में एक भारत भी है। फिलहाल यहां किसको स्‍थाई सदस्‍यता मिलेगी इसका तो कुछ पता नहीं। लेकिन भारत को सुरक्षा परिषद में परमानेंट सीट क्‍यों चाहिए...यह हम जान सकते हैं। पढ़ें पूरी खबर...

जानें UNSC क्या है?
सुरक्षा परिषद में हम स्थाई सदस्यता को लेकर काफी जोर तो दे रहे हैं। लेकिन उससे पहले हम UNSC के बारे में जान लें। दरअसल United Nations Security Council (UNSC) यूनाइटेड नेशंस की एक बॉडी है। इस सिक्योरिटी काउंसिल में कुल 15 सदस्य होते हैं। जिसमें कि 5 परमानेंट सदस्य और 10 टंपरेरी मेंबर होते हैं जो सिर्फ दो साल के लिए चुने जाते हैं। और जो परमानेंट सदस्य हैं, उनमें यूनाइटेड स्टेट्स, रशियन फेडरेशन, फ्रांस, चीन और यूनाइटेड किंगडम शामिल हैं।

UN कैसे लेता है फैसला
यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में शामिल देश किसी भी मुद्दे पर वोटिंग के जरिए फैसला करते हैं। यानी कि 15 सदस्यों में से 9 देशों की 'हां' जरूरी होनी चाहिए तभी वह निर्णय सर्वमान्य होता है। यही नहीं अगर 5 परमानेंट सदस्यों में से किसी एक ने 'ना' भी कर दिया तो उस फैसले को वहीं रोक दिया जाएगा। प्रत्येक काउंसिल मेंबर के पास एक वोट देने का अधिकार होता है।
Veto पॉवर सबसे अहम
खबरों की मानें तो भारत को यूएन में स्थाई सदस्यता तो मिल सकती है। लेकिन उसे वीटो का अधिकार नहीं मिलेगा। दरअसल वीटो की पॉवर सिर्फ 5 परमानेंट देशों के पास ही है। यानी कि अगर किसी फैसले पर 9 सदस्यों की सहमति बन जाती है, इसके बावजूद वीटो पॉवर वाला देश इसको रोक सकता है। क्योंकि इसे यह अधिकार दिया गया है।

UNSC के पास कितनी है पॉवर

(1) दुनिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की जिम्मेदारी सुरक्षा परिषद की होती है।
(2) यूनाइटेड नेशंस द्वारा बनाए गए सिद्धांतो के अनुरूप ही अंतरराष्ट्रीय शांति बनाए रखना।
(3) ऐसा कोई मामला, जो दुनिया के लिए खतरा बन जाए। उसे सही ढंग और शांतिपूर्वक तरीके से सुलझाना।
(4) अगर दो देशों के बीच किसी मुद्दे को लेकर लड़ाई हो, तो उसे सुलझाने के तरीके बताना।
(5) कोई मामला बातचीत से हल न हो, ऐसी स्थिति में मिलिट्री एक्शन का इस्तेमाल करना।
(6) नए मेंबर्स को जोड़ने के लिए सिफारिश करना।
(7) सेक्रेटरी जनरल के एप्वाइंटमेंट के लिए जनरल एसेंबली को सिफारिश भेजना।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari