यूपी के उन्नाव जिले के 11 साल के नयन सिन्हा को स्कूल जाने के लिए जिस रास्ते का इस्तेमाल करना होता है उसके बीच में एक रेलवे ट्रैक आता है। रेलवे ट्रैक पार करने के लिए फुट ऑवर क्रॉसिंग नहीं होने की वजह से उसे और 200 अन्य बच्चों को लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। उसने अपनी इस समस्या से पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर अवगत करवाया।


ओवरब्रिज या क्रॉसिंग नहीं
उन्नाव जिले के नयन सिन्हा की पीएम मोदी को लिखी गई चिट्ठी पर कार्रवाई भी हुई है और पीएमओ ने रेल मंत्रालय से मामले में दखल देने के लिए कहा है। एक अंग्रेजी साइट के अनुसार, चंद्रशेखर आजाद इंटरमीडिएट कॉलेज में सातवीं कक्षा के छात्र 11 वर्षीय नयन सिन्हा ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में बताया कि रेलवे ट्रैक को पार करने के लिए क्रॉसिंग नहीं होने की वजह से उसे और अन्य 200 छात्रों को लंबे रास्ते से गुजरना पड़ता है। इसके जवाब में पीएमओ ने रेल मंत्रालय से मामले को देखने के लिए कहा है। हालांकि क्रॉसिंग बनने में रेलवे की नई नीति की वजह से परेशानी आई है। रेलवे बिना राज्य सरकार की मांग के कोई नया ओवरब्रिज या क्रॉसिंग नहीं बना सकती है। इस बारे में सीनियर डिवीजनल मैनेजर( उत्तरी रेलवे) एके सिन्हा का कहना है कि रेलवे की नई नीति के अनुसार बिना राज्य सरकार की मांग के कोई नया ओवरब्रिज या क्रॉसिंग नहीं बनाया जा सकता।ट्रैक पार करने से मना किया


इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि उन्होंने नयन को इस बारे में जानकारी दे दी है। साथ ही दिल्ली स्थित रेल मुख्यालय को भी इस बारे में जानकारी देंगे। नयन का अपनी परेशानी का जिक्र करते हुए कहना है कि उसके माता-पिता ने रेल ट्रैक पार करने से मना किया है। इसके कारण उसे लंबे रास्ते से जाना पड़ता है जिसकी वजह से स्कूल पहुंचने में देर होती है और सजा भुगतनी पड़ती है। पिछले साल सितंबर में उसने पीएम मोदी को परेशानी से अवगत कराने के लिए चिट्ठी भेजी थी। वह इस चिट्ठी के बारे में भूल गया था। दो दिन पहले घर पर डिवीजनल इंजीनियर का पत्र आया। इसमें उसकी चिट्ठी का भी जिक्र था। नयन के पिता आशुतोष ने बताया कि रेलवे ट्रैक घर से 100 मीटर है लेकिन नयन को 2 किलोमीटर दूर रेल क्रॉसिंग से होकर स्कूल जाना होता है। रेल क्रॉसिंग बन जाने से सभी लोगों को राहत मिलेगी।

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Posted By: Shweta Mishra