उन्‍नाव में 1000 टन सोने के लिए एएसआई ने खुदाई शुरू कर दी. सोना मिलेगा या नहीं इसको लेकर कोई भी पक्‍के तौर पर दावा नहीं कर रहा है. खुदाई के बाद सोना मिलेगा भी या नहीं कोई नहीं जानता. लेकिन 1000 टन सोने के पांच दावेदार जरूर प्रकट हो गए हैं. पढि़ए किसने कितने सोने का किया दावा...


वंशजों का हक तो बनता हैकुछ लोग खुदाई शुरू होते ही मौके पर पहुंच गए और अपने आप को राजा राव राम बक्श का वंशज बताने लगे. उनका कहना था कि उन्हें 1,000 टन सोने में से 500 टन सोना मिलना चाहिए. बाकी सोना सरकार अपने पास रखे. लेकिन राजा का उत्तराधिकारी होने के नाते इतना तो उनका हक बनता ही है.असली-नकली आमने-सामनेइधर इनके विरोध में कुछ लोग और मौके पर पहुंच गए. उनका कहना था कि राजा राव राम वक्श के असली वंशज वे लोग हैं और उन्हें ही सोना मिलना चाहिए. यदि प्रशासन ने ऐसा नहीं किया तो वे आंदोलन करेंगे. उनका कहना था कि सोना असली उत्तराधिकारियों को मिलना चाहिए. सरकार ने यदि अन्याय किया तो वे विरोध करेंगे.बाबा को किसके लिए चाहिए सोना


इधर सोने का सपना देखने वाले बाबा ने भी सोने पर दावा ठोका है. उनका कहना है कि सोना मिलने पर उन्हें 200 टन सोना मिलना चाहिए. इस सोने से वे इलाके का विकास करेंगे. चूंकि सोना इसी इलाके से निकलेगा इसलिए इलाके वालों का इस पर पहला हक बनता है. 200 टन सोने से इस इलाके का चहुमुखी विकास होगा.मंत्री जी भी मैदान में

इधर अखिलेश सरकार में एक मंत्री मौके पर पहुंचे और उन्होंने पूरे के पूरे सोने पर राज्य सरकार का दावा ठोक दिया. उनका कहना था कि पूरे 1,000 टन सोने पर राज्य सरकार का हक है. सोने से राज्य का विकास किया जाएगा. इस पर किसी का भी कोई हक नहीं है. पुराने किसी भी खजाने पर राज्य सरकार का ही अधिकार होता है.एक जाति का सोनाअखिलेश सरकार में एक जाति विशेष से बिलांग करने वाले मंत्री महोदय मौके पर पहुंच और उन्होंने पूरे 1,000 टन सोने पर दावा ठोक दिया. उनका कहना था कि इस इलाके में एक जाति विशेष के लोगों की बहुलता है. इसलिए पूरा सोना उन्हें ही मिलना चाहिए. समूचे सोना उन लोगों के विकास में लगाया जाएगा.

Posted By: Satyendra Kumar Singh