आगरा में सर्वाधिक सड़क हादसे चालकों की वजह से

यूपी यातायात निदेशालय के आंकड़े बने इसके गवाह

आगरा में सर्वाधिक सड़क हादसे चालकों की वजह से

यूपी यातायात निदेशालय के आंकड़े बने इसके गवाह

AGRAAGRA। शहर के वाहन चालकों को वाहन चलाना नहीं आता है। उनके साथ चलना जोखिम भरा है। खास तौर पर नेशनल हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर। ये तथ्य उत्तर प्रदेश के यातायात निदेशालय ने उजागर किया है। इसी लिहाज से सड़क हादसों में होने वाली मौत के मामले में आगरा नंबर वन है। इन सड़क हादसों में कमी लाने के लिए शासन गंभीर है। शासन 'नो एक्सीडेंट स्ट्रेच डे' घोषित किया है। दो विशेष दिनों में वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए मंडलायुक्त और जिलाधिकारी को आदेशित किया गया है।

आगरा है नंबर वन

उत्तर प्रदेश यातायात निदेशालय से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर एक जनवरी ख्0क्ब् से फ्क् दिसम्बर ख्0क्ब् तक क्म्,ख्87 लोग रोड एक्सीडेंट में जान गंवा चुके हैं। ख्ख्,फ्फ्7 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। सड़क हादसों के मामले में यूपी का आगरा पहले पायदान पर है। यहां एक साल के अंदर ब्9ख् लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 80फ् लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जबकि दूसरे और तीसरे नंबर पर क्रमश: इलाहाबाद और लखनऊ हैं।

ख्0 और ख्क् को जनजागरण

रोड एक्सीडेंट रोकने के लिए ख्0 से ख्क् अगस्त तक 'नो एक्सीडेंट स्ट्रेच डे' मनाया जाएगा। इस दौरान ट्रैफिक रूल्स का पालन कराया जाएगा। इस बारे में शासन के अपर परिवहन आयुक्त गंगाफल ने कमिश्नर प्रदीप भटनागर एवं डीएम पंकज कुमार को पत्र भेजा है।

जागरूकता के प्रति सजग करें

'नो एक्सीडेंट स्ट्रेच डे' मनाने के साथ ट्रैफिक पुलिस लोगों में रोड एक्सीडेंट के प्रति जागरूकता लाएं। इसके लिए परिवहन विभाग पुलिस-प्रशासन से समन्वय स्थापित कर सामाजिक संस्थाओं को भी इस मुहिम में जोड़ सकते हैं।

Posted By: Inextlive