भारतीय जनता पार्टी ने ताजमहल पर मालिकाना हक को लेकर शिया और सुन्‍नी समुदाय के बीच चल रही लड़ाई को नई दिशा दी है. बीजेपी यूपी चीफ ने इस विवाद पर कहा कि ताजमहल का निर्माण मंदिर के हिस्‍से की जमीन पर हुआ है. इस मामले में शिया समुदाय ने कहा कि ऐसी विश्‍व इमारतों को विवाद का विषय नही बनाना चाहिए.


मंदिर के हिस्से पर बना ताजमहलबीजेपी यूपी चीफ लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने ताजमहल विवाद पर सनसनीखेज बयान दिया है. बाजपेयी ने कहा कि ताजमहल को मंदिर के हिस्से की जमीन पर बनाया गया है. इस इमारत की जमीन को मुगल शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में एक शानदार मकबरा बनवाने के लिए राजा जय सिंह से खरीदा था. उन्होंने कहा कि इस बात के पुख्ता सुबूत और दस्तावेज आज तक मौजूद हैं. इसके साथ ही उन्होंने सपा नेता आजम खां को निशाने पर लेने की कोशिश की. ताजमहल पर आजम खां की नजर
बीजेपी यूपी अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा सपा नेता आजम खां वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर कब्जा जमाकर बैठे हैं. अब वह ताजमहल पर भी निगाह जमाए बैठे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आजम खान का मीडिया में पांच वक्त की नमाज पढ़ने का सपना कभी पूरा नही हो पाएगा. दरअसल आजम खान वक्फ बोर्ड के मंत्री हैं और खां ने मुतवल्लियों के 13 नवंबर के सम्मेलन में भाग लिया था. इस सम्मेलन में खां ने कहा था कि वह राज्य सुन्नी केंद्रीय वक्फ बोर्ड से बात करके ताजमहल को बोर्ड की संपत्ति बनाए जाने की बात कहेंगे. इसके साथ ही उन्हें इसका मुतवल्ली बनाने की बात कही.


केंद्र तक पहुंची मांग
आजम खां से जब मीडिया ने इस बारे में बात की तो वह अपने बयान से पलट गए और कहा कि मीडिया उनके मजाकों को इतना सीरियसली क्यों लेते हैं. हालांकि ताजमहल को वक्फ बोर्ड में शामिल करने की मांग पहले भी उठ चुकी है. इससे पहले आगरा के एक संगठन ने पीएम मोदी और होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह से ताजमहल को वक्फ की संपत्ति घोषित किए जाने और मोहर्रम के दौरान मातम करने की इजाजत देने की मांग उठाई थी.

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Posted By: Prabha Punj Mishra