सही रेट पर यूपी बोर्ड स्टूडेंट्स पाएंगे एनसीईआरटी बुक्स
- एनसीईआरटी के नाम पर दुकानदार नहीं कर सकेंगे यूपी बोर्ड किताबों में लूट
- माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जारी किए प्रकाशक के नाम और किताबों के दाम चार प्रकाशकों को मिला जिम्मामाध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, किताबें छापने के लिए एनसीईआरटी की ओर से माध्यमिक शिक्षा परिषद को कॉपीराइट दिया गया है। बोर्ड ने जिन चार प्रकाशकों को किताबें छापने की अनुमति दी है। उनमें राजीव प्रकाशन इलाहाबाद, पीतांबरा बुक्स प्राइवेट लिमिटेड झांसी, जनरल ऑफसेट प्रिंटिंग प्रेस इलाहाबाद और रुचि ऑफसेट प्रिंटर्स आगरा का नाम शामिल किया है। यहां से प्रकाशित किताबें सभी राजकीय, ऐडेड और वित्तविहीन विद्यालयों में चलाई जाएंगी।
ताकि पेरेंट्स का बोझ हो सके कम
माध्यमिक शिक्षा निदेशक अवध नरेश शर्मा ने प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि किसी भी दशा में इन किताबों के अलावा दूसरी किताबें स्कूलों में न चलाई जाएं ताकि पेरेंट्स का बोझ कम हो। डीआईओएस ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने बताया कि दुकानदार किसी भी तरह से वसूली न कर सकें, इसलिए निर्देश जारी किए गए हैं। कक्षा नौ से लेकर 12वीं तक अब यही किताबें चलेंगी। अगर कोई निजी स्कूल अलग-अलग प्रकाशकों की किताबें खरीदने को कहते हैं तो उन पर कार्रवाई भी की जाएगी।
गणित भाग दो 51 रुपए
जीव विज्ञान 66 रुपएअर्थशास्त्र में सांख्यिकी 22 रुपएभारतीय अर्थव्यवस्था का विकास 29 रुपएएनसीईआरटी किताबों से ही माध्यमिक स्कूलों में पढ़ाई होगी। किताबों के नाम पर जो भी मनमानी रेट चार्ज करेगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।- ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस