आज देश की राजधानी दिल्ली में किसान क्रांति पदयात्रा निकाली जा रही है। सीएम योगी से वार्ता विफल होने के बाद बड़ी संख्या में यूपी के किसान भी दिल्ली की आेर कूच कर चुके हैं। वहीं दिल्ली-यूपी बाॅर्डर पर किसानों व पुलिस में झड़प भी हुर्इ।

कानपुर। आज गांधी जयंती के अवसर पर देश के नाराज अन्नदाता (किसान) अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में किसान क्रांति यात्रा निकाल रहे हैं। हरिद्वार से दिल्ली के राजघाट के लिए आ रही किसान क्रांति यात्रा में करीब छह राज्यों के किसान शामिल हो रहे हैं। किसान प्रशासन की योजना को धता बताते हुए सीधे ट्रांस हिंडन में पहुंच गए।

किसान राजघाट की ओर बढ़े
भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में करीब 3 लाख से अधिक किसान राजघाट की ओर बढ़ रहे हैं। वहीं कल सीएम योगी आदित्यनाथ से किसानों की वार्ता विफल होने के बाद आज बड़ी संख्या में यूपी के किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। 23 सितंबर को हरिद्वार घाट से शुरू हुई किसान क्रांति यात्रा में यूपी के विभिन्न हिस्सों के किसान जुड़ चुके हैं।

पुलिस और किसानों में झड़प
गोंडा, बस्ती और गोरखपुर के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। इस दौरान दिल्ली प्रशासन इन्हें रोकने का प्रयास कर रहा है लेकिन किसानों का गुस्सा सातवें आसमान है। उन्हें राजधानी में प्रवेश रोकने के लिए दिल्ली पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है। कई जगहों पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प भी हुई।


सभी रास्ते बंद कर दिए गए

दिल्ली पुलिस नाराज अन्नदाताओं को रोकने के लिए वाॅटर कैनन का इस्तेमाल कर रही है। इसके अलावा किसानों के  ट्रैक्टरों के पहिओं की हवा आदि निकालने का प्रयास कर रही है। यूपी से दिल्ली में प्रवेश करने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। वहीं कई रूट डायवर्ट कर दिए गए  हैं। वहीं यमुनापार में धारा-144 लगाए जाने की खबरें आ रही हैं।

नाराज किसानों की ये मांगें
बता दें कि किसान अपनी मांगों को पूरी करने के लिए सड़कों पर उतरे हैं। उनका कहना है कि अब वे चुप नहीं बैठेंगे। किसानों की मांगों में बिना शर्त ऋण छूट, चीनी मिलों द्वारा बकाया राशि, फसलों के लिए उचित कीमत, खेतों के लिए मुफ्त बिजली और डीजल की कीमतों में कटौती व आवारा पशुओं से फसल के बचाव व पेंशन योजना आदि शामिल है।

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Posted By: Shweta Mishra