-यूपी लोक सेवा आयोग की पीसीएस प्री परीक्षा पर लग रहा है प्रश्न चिन्ह

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PRAYAGRAJ: सीबीआई टीम ने यूपी लोकसेवा आयोग में चल रही जांच के दौरान पीसीएस 2018 में भी बड़ी गड़बड़ी पाई है। यह बात प्रतियोगियों के एक वर्ग द्वारा कही जा रही है। 28 अक्टूबर 2018 को प्री-एग्जाम में की गई गड़बड़ी को लेकर सोशल मीडिया के जरिए पोस्ट भी साझा की गई है। सीबीआई की पूछताछ से जुड़े एक प्रतियोगी ने साझा की गई पोस्ट में खुद के सोर्सेस के हवाले से कहा है कि आयोग में अन्य कागजातों के जांच के दौरान सीबीआई की निगाह अचानक पीसीएस-2018 प्री परीक्षा के रिकॉर्ड पर पड़ी।

दो सेंटर्स पर गड़बड़ी

टीम ने पाया है कि दो सेंटर्स पर गड़बड़ी की गई है। इसमें शाहजहांपुर के एक परीक्षा केन्द्र पर द्वितीय सत्र में प्रयुक्त हुई ओएमआर शीट उसी दिन डाक से आयोग भेजी गई। जबकि 11 ओएमआर वहां के पर्यवेक्षक द्वारा 04 दिन बाद आयोग को रिसीव कराए हैं। इसी प्रकार लखनऊ के हरिहर नगर में बनाए गए परीक्षा केन्द्र पर भी द्वितीय सत्र में 17 प्रयुक्त ओएमआर शीट डाक द्वारा न भेजकर 04 दिन बाद वहां के पर्यवेक्षक द्वारा आयोग को भेजा गया है।

'साक्ष्य हों तो प्रस्तुत करें'

प्रतियोगियों ने दावा किया है कि सीबीआई को यह अंदेशा है कि बाद में प्रत्येक ओएमआर शीट में गड़बड़ी की गई है। उनकी जानकारी के मुताबिक उन्ही संदिग्धों द्वारा यह कार्य किया गया है। जिनसे पूर्व में पूछताछ हो रही है। इस बावत आयोग के सचिव जगदीश से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई मामला हुआ ही नहीं है। उन्होंने बताया कि सीबीआई को 2012 से 2017 तक ही जांच का अधिकार है। ऐसे में इस परीक्षा की कोई भी जांच का सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो आयोग को प्रमाण दें।

Posted By: Inextlive