- यूपीसीएल ने जीएमआर कंपनी से 3.5 मिलियन यूनिट बिजली खरीदी

-इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से जरूरत के हिसाब से खरीदी जायेगी बिजली

DEHRADUN : गर्मियों का सीजन आते ही बिजली के गायब होने की टेंशन ज्यादा रहती है। क्योंकि इस सीजन में अक्सर बिजली की डिमांड अधिक हो जाती है। जिससे आए दिन उपभोक्ताओं को बिजली की समस्या से परेशान होना पड़ता है। लेकिन इस बार यूपीसीएल बिजली की किल्लत से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है। यूपीसीएल ने जीएमआर कंपनी से टेंडर के जरिए फ्.भ् मिलियन यूनिट बिजली खरीदी है। जो फ्0 अप्रैल तक लगातार प्रतिदिन मिलेगी। राज्य में बिजली की अधिक कटौती न करना पड़े। इसके लिए यूपीसीएल हर दिन इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से जरूरत के हिसाब से बिजली खरीदेगा।

फ्फ् एमयू है वर्तमान में डिमांड

वर्तमान में राज्य में बिजली की डिमांड फ्फ् मिलियन यूनिट के करीब है, जिसमें उपलब्धता के नजरिए से देखें तो राज्य के अपने विद्युत गृह से प्रतिदिन करीब क्0 एमयू के करीब बिजली उपलब्ध हो रही है, जबकि सेंट्रल पूल से क्म् मिलियन यूनिट के सापेक्ष क्ख्.भ्0 मिलियन यूनिट बिजली प्रतिदिन मिल रही है। इसके अलावा सभी श्रोतों से बिजली की कुल उपलब्धता ख्8.ब् मिलियन यूनिट के करीब है।

फ्0 अप्रैल के बाद मिलेगी राहत

इन दिनों मनेरी भाली सेकेंड परियोजना में मेंटेनेंस का काम चल रहा है, जिसके चलते उत्पादन बंद पड़ा है। फ्0 अप्रैल के बाद इस पावर हाउस से पुन: बिजली उत्पादन मिलने की उम्मीद है। इस पावर हाउस की बिजली उत्पादन की क्षमता फ्0ब् मेगावाट है। ऐसे में इस पावर हाउस के फिर से शुरू होने से यूपीसीएल के साथ ही बिजली उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ गर्मियों जल विद्युत परियोजनाओं से भी बिजली उत्पादन बढ़ने लगता है। जिससे यूपीसीएल पर बिजली का अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा।

बिजली की डिमांड को देखते हुए जीएमआर कंपनी से टेंडर के जरिए फ्.भ् एमयू बिजली खरीदी गई है। फिलहाल विद्युत डिमांड अधिक नहीं है। आगे अगर डिमांड बढ़ेगी तो बिजली की अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी।

- मधुसूदन इशर, प्रवक्ता, यूपीसीएल

Posted By: Inextlive