- यूपीपीएससी व एसएसटी में कोई एक परीक्षा टालने को लेकर प्रदर्शन

- पीसीएस में सेंटर आवंटन की पुरानी प्रक्रिया फॉलो करने की भी डिमांड

यूपीपीएससी व एसएसटी में कोई एक परीक्षा टालने को लेकर प्रदर्शन

- पीसीएस में सेंटर आवंटन की पुरानी प्रक्रिया फॉलो करने की भी डिमांड

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: आगामी ख्0 मार्च को उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) एवं स्टॉफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) की बड़ी परीक्षाओं की तिथि एक साथ पड़ जाने से प्रतियोगी पशोपेश में हैं। उनके सामने बड़ी उलझन किसी एक परीक्षा को छोड़ने की है। इसी क्रम में प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति ने यूपीपीएससी एवं एसएससी के इलाहाबाद स्थित कार्यालय में ज्ञापन देकर किसी एक परीक्षा को टालने की मांग की है।

नहीं जारी किया एडमिट कार्ड

बता दें कि आगामी ख्0 मार्च को यूपीपीएससी की पीसीएस ख्0क्म् प्री एवं एसएससी की एसआई इन सीएपीएफएस, एएसआई इन सीआईएसएफ एंड एसआई इन दिल्ली पोलिस एग्जामिनेशन ख्0क्म् है। एसएससी ने परीक्षा का एडमिट कार्ड काफी पहले ही जारी कर दिया है। लेकिन अभी पीसीएस का एडमिट कार्ड जारी नहीं किया है। इससे प्रतियोगियों को उम्मीद है कि लोक सेवा आयोग पीसीएस परीक्षा की डेट आगे बढ़ा देगा। समिति ने आयोग से पीसीएस ख्0क्म् प्री एग्जाम के लिए सेंटर आवंटन की पुरानी प्रक्रिया को बहाल करने के लिए भी ज्ञापन दिया है।

तो जाना होगा न्यायालय

छात्रों का कहना है कि सेंटर सैकड़ो किलोमीटर दूर भेजने से छात्रों का मानसिक, शारीरिक व आर्थिक उत्पीड़न होता है। छात्रों का कहना है कि सेंटर बाहर जाने के कारण लाखों योग्य छात्र धनाभाव में परीक्षा छोड़ने पर विवश होते हैं। जानकारी के अनुसार पीसीएस में आवेदकों की संख्या करीब चार लाख एवं एसएससी की परीक्षा में करीब छह लाख है। दोनो आयोगों से छात्र हित में निर्णय लेने को कहा गया है। ज्ञापन में कहा गया है दो परीक्षाएं एक साथ पड़ने से करीब दो लाख छात्रों के किसी एक परीक्षा से वंचित रह जाने का खतरा है। चेतावनी दी गई है कि यदि दोनो आयोग मनमानी पर अड़े रहे तो समिति न्यायालय जाने पर बाध्य होगी।

Posted By: Inextlive