देहरादून: प्रदेश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को अपग्रेड करने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है. इसमें संस्थानों में चल रहे ट्रेड व उनमें आवश्यक सुधार की संभावनाएं तलाशी जाएंगी. वहीं, कम सुविधाओं व कम छात्र संख्या वाले आईटीआई भी चिह्नित किए जाएंगे. इसके लिए प्रशिक्षण निदेशालय की ओर से सभी जिलों के आईटीआई की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट मांगी गई है. जल्द ही स्थलीय निरीक्षण शुरू होगा.

प्रशिक्षण निदेशालय की ओर से इस संबंध में सेवायोजन विभाग के डायरेक्टर को पत्र भेजा गया है. इसमें जिलों में आईटीआई की स्थिति की जांच के लिए सेवायोजन विभाग के अधिकारियों से भी सहयोग मांगा गया है. इस संबंध में सेवायोजन डायरेक्टर ने गढ़वाल व कुमाऊं के क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारियों को पत्र भेजा है और जिलों में आईटीआई की स्थिति की रिपोर्ट तैयार करने को जांच अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं. अब क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी (गढ़वाल) जिलों में जांच अधिकारी नियुक्त करेंगे. इसके तुरंत बाद अधिकारी आवंटित आईटीआई का स्थलीय निरीक्षण करेंगे और सीधे रिपोर्ट निदेशक प्रशिक्षण को भेजेंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व सेवायोजन एवं कौशल विकास मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत कई बार आईटीआई की शिक्षा पद्धति में सुधार की बात कर चुके हैं.

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जिलेवार आईटीआई

अल्मोड़ा, 18

बागेश्वर, 5

नैनीताल, 12

ऊधमसिंहनगर, 10

चंपावत, 8

पिथौरागढ़, 15

देहरादून, 9

पौड़ी, 18

हरिद्वार, 9

रुद्रप्रयाग, 5

चमोली, 14

टिहरी, 19

उत्तरकाशी, 9

निदेशक प्रशिक्षण की ओर से आईटीआई का भौतिक निरीक्षण कराने को पत्र भेजा गया है. इस संबंध में क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं. जल्द विभागीय अधिकारी आईटीआई का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करेंगे. निरीक्षण में आईटीआई में ट्रेड एवं सुधार की संभावनाएं, संस्थानों की प्रगति समेत अन्य स्थितियों की समीक्षा की जाएगी.

जीएस नगन्याल, निदेशक सेवायोजन एवं कौशल विकास

Posted By: Ravi Pal