प्री ही छोड़ दिया, आगे क्या होगा ?
यूपीपीएससी ने पीसीएस जे प्री 2018 परीक्षा का आयोजन किया
पिछली बार की अपेक्षा टफ रहा पेपर, चर्चित मुद्दों से जुड़े रहे सवाल prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन ने पीसीएस जे प्री 2018 परीक्षा का आयोजन रविवार को किया। यह परीक्षा मात्र चार जनपदों में थी। इसमें पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या भी केवल 64,691 थी। बावजूद इसके रविवार को स्टेट लेवल की परीक्षा में केवल 38,174 यानि 59.01 फीसदी परीक्षार्थी ही शामिल हुए और 26,517 ने परीक्षा ही छोड़ दी। बता दें कि भावी जजों के लिए हुई परीक्षा में पदों की संख्या 610 है। काफी कम रही उपस्थितिप्रयागराज में भी परीक्षार्थियों की उपस्थिति कोई खास नहीं रही। यहां पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 16,675 थी। इसमें केवल 9978 यानि 59.84 फीसदी परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए और 6697 ने परीक्षा छोड़ दी। गौरतलब है कि पीसीएस जे की परीक्षा प्रयागराज, आगरा, लखनऊ एवं मेरठ में करवाई गई। परीक्षा 141 केन्द्रों पर करवाई गई। प्रयागराज में परीक्षा का आयोजन 35 केन्द्रों पर किया गया।
ये था परीक्षा का पैटर्न -------------- - पीसीएस जे में पहला प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन का था। - पिछली बार की अपेक्षा इस बार प्रश्न पत्र का स्तर काफी ऊंचा रहा।- परीक्षार्थियों के मुताबिक स्टेट लेवल की परीक्षा का प्रश्न पत्र ऐसा ही होना चाहिए।
- सबरीमाला मुद्दा, मीटू कैम्पेन, आधार, राजनीति पर आधारित सवाल, सुप्रीम कोर्ट के अहम निर्णय आदि से सवाल पूछे गए। - देश के किस राज्य में भिखारियों की संख्या सबसे ज्यादा है। - करेंट अफेयर्स से भी सवाल पूछे गए। - दूसरा प्रश्न पत्र विधि का था। - यह प्रश्न पत्र भी स्तरीय रहा। इसे अच्छी तैयारी करने वालों ने पसंद किया। - पहले प्रश्न पत्र में 150 अंकों के 150 सवाल पूछे गए। - दूसरे प्रश्न पत्र में 300 अंकों के 150 सवाल पूछे गए। - इसमें पहली बार माइनस मार्किंग भी लागू की गई थी। परीक्षा का आयोजन दिन में 9:30 से 11:30 एवं दोपहर में 2:30 से शाम 4:30 बजे के बीच किया गया। परीक्षा शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाई गई है। इसके लिए पहले से पूरी तैयारी कर ली गई थी। जगदीश, सचिव, यूपीपीएससी