306

अभ्यर्थी सफल हुए हैं अनारक्षित श्रेणी में

128

सफल अभ्यर्थी अनुसूचित जाति श्रेणी के

12

अभ्यर्थी अनुसूचित जनजाति कैटेगिरी के

07

रिक्तियां पीडी श्रेणी की हुई काल्पिनिक रूप से अग्रेसित, एक दिव्यांग पीबी श्रेणी की भी

64691

अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन

38209

अभ्यर्थी शामिल हुए थे प्रारंभिक परीक्षा में

6041

को मिली थी प्रारंभिक परीक्षा में सफलता

1847

कैंडीडेट्स सफल हुए रिटेन एग्जाम में

21

जून से शुरू हुआ था इंटरव्यू

यूपीपीएससी ने घोषित किया फाइनल रिजल्ट, कुल 610 अभ्यर्थियों का चयन

prayagraj@inext.co.in

पीसीएस-जे 2018 (सिविल जज जूनियर डिवीजन) का फाइनल रिजल्ट शनिवार की देर रात उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने घोषित कर दिया। कुल 610 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। गोंडा की आकांक्षा तिवारी ने टॉप पोजीशन गेन की है। दूसरे स्थान पर उत्तराखंड के नैनीताल जिले के मूल निवासी हरिहर गुप्ता रहे तो तीसरा स्थान आजमगढ़ जिले के प्रतीक त्रिपाठी ने प्राप्त किया है। टॉप फाइव में गाजियाबाद की एकाग्रता सिंह को चौथा व गोंडा के गंधर्व पटेल को पांचवां स्थान मिला है।

17 जुलाई तक चला था इंटरव्यू

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की इस परीक्षा की शुरुआत 16 दिसंबर से हुई थी। आयोग ने आठ महीने के भीतर फाइनल रिजल्ट दे दिया है। इसका इंटरव्यू जून महीने की 21 तारीख से शुरू हुआ था। 17 जुलाई को लास्ट इंटरव्यू हुआ था। इंटरव्यू समाप्त होने के बाद फाइनल रिजल्ट जल्द घोषित होने उम्मीद जतायी जा रही थी। आयोग ने तीसरे ही दिन देर रात रिजल्ट घोषित करते हुए इसे अपनी वेबसाइट http://uppsc.up.nic.in पर अपडेट भी कर दिया। रिजल्ट घोषित होते हुए यूपीपीएससी के सूचना पट पर देखने के लिए बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पहुंच गये। सफलता पाने वाले खुशी से फूले नहीं समा रहे थे तो असफल निराश थे।

------------------

----------------

भर्ती कोर्ट के निर्णय के अधीन

यह भर्ती दिव्यांगजनों के आरक्षण के लिए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल भारत संघ बनाम राष्ट्रीय दृष्टिबाधित संघ व अन्य में पारित आदेश आठ अक्टूबर 2013 के अंतर्गत हाईकोर्ट इलाहाबाद की ओर से लिए गए निर्णय के अधीन है।

----------------

प्राप्तांक व श्रेणीवार कटऑफ जल्द

सचिव ने बताया कि परीक्षा के प्राप्तांक व श्रेणीवार कटऑफ अंक की सूचना शीघ्र ही आयोग की वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाएगी। इस संबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्रार्थना पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे और न ही उन पर विचार होगा। वहीं, जिन अभ्यर्थियों के सम्मुख प्रोविजनल अंकित है वे साक्षात्कार परिषद की ओर से दिए गए समय के अंदर वांछित अभिलेख अवश्य प्रस्तुत कर दें, अन्यथा उनका चयन निरस्त हो जाएगा।

क्षैतिज आरक्षण के अंतर्गत दिव्यांग श्रेणी में आठ रिक्तियों के सापेक्ष कोई अभ्यर्थी नहीं मिला है। ऐसे में इन पदों को अग्रेनीत करने का निर्णय लिया गया है।

जगदीश

सचिव, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग

Posted By: Inextlive