पिंक बसों में पैनिक बटन दबाते ही 60 सेकंड की क्लिप डायल 100 तक पहुंच जाएगी। किसी भी तरह की आपात स्थिति में महिलाओं को तुरंत मदद मिलेगी।

पिंक बसों में सुरक्षा के इंतजाम
- 50 पिंक बसों चलाई जानी हैं
- 60 सेकेंड की होगी वीडियो क्लिप
- 26 बसों में लग रहे पैनिक बटन
- 10 पैनिक बटन हर बस में
- 2 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे

LUCKNOW : पिंक बसों में सफर करने वाली महिलाएं जैसे ही इसमें लगा पैनिक बटन दबाएंगी, वैसे ही बस के अंदर की क्लिप डायल 100 के पास पहुंच जाएगी। इस क्लिप को देखकर तत्काल ही दोषी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। रोडवेज बस बेड़े में शामिल होने वाली पिंक बसों में महिलाओं को सुरक्षा के लिए यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

नहीं होती थी कार्रवाई

कई बार रोडवेज बसों में महिलाओं के साथ अभद्रता की घटनाएं होती हैं। इनमें से कुछ महिलाएं इसकी शिकायत डिपार्टमेंट के ऑफिस में जाकर करती हैं। ऐसे में उनसे कई बार सबूत मांगा जाता है, जो उनके पास नहीं होता है। ऐसे में आरोपी आसानी से बच निकलते हैं। पिंक बसों में ऐसा कुछ नहीं होगा। पैनिक बटन दबाते ही न केवल उनकी शिकायत दर्ज होगी, बल्कि सबूत भी डायल 100 में सेव हो जाएगा।

50 बसों का होना है संचालन

रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार निर्भया योजना के अंतर्गत 50 पिंक बसों का संचालन किया जाना है। ये बसें लंबी दूरी के लिए चलाई जाएंगी। इन बसों को रोडवेज बस बेड़े में शामिल करने की तैयारी चल रही है। 26 पिंक बसें राजधानी आ भी गई हैं।

सिक्योरिटी का पूरा ध्यान

हर पिंक बस में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 10 पैनिक बटन लगाए जाएंगे। बस के दोनों साइड 5-5 पैनिक बटन होंगे। यही नहीं बस में आगे और पीछे दोनों तरफ सीसीटीवी कैमरा भी लगा होगा। जिससे बस के अंदर होने वाली हर हरकत पर निगम के कंट्रोल रूप से नजर रखी जा सके। इन सीसीटीवी कैमरों को डायल 100 से भी लिंक किया जा रहा है।

सेव हो जाएगी वीडियो क्लिप

रोडवेज के अधिकारियों ने बताया कि देश में पहली बार यूपी से इस तरह की शुरुआत हो रही है। अभी तक किसी भी प्रदेश में पिंक बसें और उसमें पैनिक बटन का यूज नहीं शुरू हुआ है। ये बसें महिलाओं के लिए पूरी तरह सुरक्षित होंगी। किसी भी आपात स्थिति में महिला बस के अंदर लगा पैनिक बटन दबाएंगी तुरंत ही बस के अंदर की 60 सेकंड की वीडियो क्लिप डायल 100 के पास ऑटो सेव हो जाएगी। यह क्लिप बटन दबाने से 60 सेकंड पहले की होगी।

'महिलाओं की सुरक्षा के लिए इस तरह की व्यवस्था अभी कहीं नहीं है। यूपी की बसों में इसका प्रयोग किया जा रहा है। इससे दोषी व्यक्ति के खिलाफ न केवल आसानी से कार्रवाई की जा सकेगी, बल्कि उसके खिलाफ सबूत भी विभाग के पास मौजूद रहेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इस वीडियो क्लिप के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ भी नहीं की जा सकेगी.'

- जयदीप वर्मा, सीजीएम टेक्निकल, यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम

Posted By: Inextlive