-51वें उर्स में शामिल होने के लिए दिन भर चलता रहा चादरों का जुलूस

BAREILLY :

10 रबिउल अव्वल शरीफ उर्स-ए-शराफती के तीसरे दिन की शुरुआत सुबह कुरआन ख्वानी से हुई। 8 बजे फातिहा ख्वानी हुई और इसके बाद दरगाह का लंगर खाना जायरीन के लिए शुरू कर दिया गया। जिसके बाद पीरो मुर्शिद शाह सकलैन मियां हुज़ूर से दीदार के लिए आस्ताने शरीफ में जायरीन का हुजूम लगा रहा। अकीदतमंदों ने हाजिरी व गुलपोशी की और ये सिलसिला सुबह से रात तक तक जारी रहा।

दूर दराज से पहुंचे जायरीन

उर्स के तीसरे दिन देश-विदेश से जायरीन बड़ी तादाद में दरगाह शरीफ पर पहुंचे। इस वर्ष विदेशी जायरीन में दुबई से अफजल मुछाड़ा, अहमद मुकाती, सादिक सकलैनी, तस्लीम सकलैनी। हांगकांग से मुहम्मद तहसीन सकलैनी, तस्दीक सकलैनी, एजाज सकलैनी, कनाडा से रियाज शेख सकलैनी, तसव्वर हुसैन सकलैनी, अमेरिका से अनीस सकलैनी अमरीकन, तौहीद अहमद सकलैनी ने शिरकत की। इसके अलावा सऊदी अरब, मॉरीशस, अफ्रीका आदि मुल्कों से बड़ी तादाद में जायरीन आए हुए हैं। इसके साथ मध्य प्रदेश, बंगाल, झारखण्ड, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, पंजाब, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों से जायरीन आए

चादर के साथ की गुलपोशी

रामपुर, मिलक, बहेड़ी, अलीगंज, फतेहगंज, मुडि़या अहमद नगर, बिनावर, सरदारनगर, बन्डिया, भोजीपुरा, रायपुरा, परतापुर, कैमुआ, कैमरी, सेंथल, नवाबगंज, फरीदपुर और भोजीपुरा के गांव सागलपुर से 151 मीटर लम्बी चादर लाई गई। यह जानकारी मीडिया प्रभारी हमजा सकलैनी ने दी।

Posted By: Inextlive