हिंदी को अपना बनाएं
आज है हिन्दी दिवस हर बार इस दिन हम और आप हिन्दी के सम्मान में यह दिन मनाते हैं। बड़ी-बड़ी बातें करते हैं कि हिन्दी हमारी मदर टंग है और हमें इसको समझना और सीखना चाहिए। किसी भाषा को बोलना और समझना बहुत अलग अलग बातें हें। जैसे आप लिटरेट हैं इसलिए एजुकेटेड भी है यह जरूरी नहीं है। उसी तरह आप हिंदी बोलते हैं इसलिए उसे जानते समझते हैं यह बिलकुल जरूरी नहीं है। परेशान होने की जरूरत नहीं है। हिंदी की आत्मा को समझने के लिए जरूरी है उसे पढ़ना। तो बस अपने अंदर पढ़ने की ललक पैदा कीजिए हिंदी तो अपने आप आ जाएगी.
जिस तरह आप इंग्लिश में बेस्टसेलर ढूंढते हैं उसी तरह हिन्दी् के बेस्ट सेलर और क्लासिक्स सेलेक्ट करिए और उन्हें रीड करिए। आप को हिन्दी समझ अपने आप आ जाएगी।
स्लेंग्स और मुहावरे भी आपको समझ में आयेंगे। आप क्या पढ़ें इसके लिए अब इधर-उधर भटकने की कोई जरूरत नहीं है। इंटरनेट पर ही आपको नए पुराने हर किस्म के हिन्दी लिट्रेचर की इन्फार्मेशन मिल जाएगी। आराम से इस लिस्ट में आप अपनी मनपसंद किताब चुनिए और आज से ही पढ़ना शुरू कर दीजिए।हम कुछ फेमस हिन्दी राइटर्स की बुक्स और राइटर्स के नाम दे रहे हैं इन्हें भी आप चुन सकते हैं। इसके अलावा कुछ लिंक्स भी दे रहे हैं जहां से आप को हिंदी साहित्य से जुड़ी जानकारी मिल सकती हैं। शुरुआत के लिए आप मुंशी प्रेमचंद के कलेक्शन में से बुक्स सेलेक्ट कर सकते हैं। जैसे गोदान, कर्मभूमि, र्निमला और शतरंज के खिलाड़ी आदि। इसके अलावा आप बाबू देवकी नंदन खत्री की चंद्रकांता संतति भी पढ़ सकते हैं। आपको यदि एडवेंचरस और जासूसी साहित्य पढ़ने का शौक है तो यह और भी ज्यादा मजा देगी। सचिच्दानंद हीरानंद वात्सायन अज्ञेय की शेखर एक जीवनी भी मस्ट रीड है। सीरियस स्टडी के लिए आप आचार्य चतुरसेन की वयम् रक्षाम: भी पढ़ सकते हैं। अमृता प्रीतम की ऑटो बायोग्राफी रसीदी टिकट पढ़ना भी एक अच्छा एक्सपीरेंस है। अमृतलाल नागर के सुहाग के नूपुर और नरेंद्र कोहली की रामायण-महाभारत पर लिखी सीरीज भी आपको पसंद आएगी। ममता कालिया की बेघर, महाश्वेता देवी की हजार चौरासिवें की मां और बकुलकथा, धर्मवीर भारती की गुनाहों के देवता, प्रतिभा रॉय की द्रौपदी और सुरेंद्र वर्मा का उपन्यास मुझे चांद चाहिए इसी जेनेरेशन को रिप्रेजेंट करते हैं।
पोयट्री में आप हरिवंश राय बच्चन की मधुशाला तो पढ़े ही मैथिलीशरण गुप्त की साकेत और जय शंकर प्रसाद की कामायनी भी अपने कलेक्श्न में शामिल करें. दुष्यंत कुमार आज के जमाने के हिसाब से आइडियल पोएट हैं कुछ लिंक्स हिंदी लिट्रेचर के लिए:
http://www.abhivyakti-hindi.org/upanyas/index.htm