Election में छाए भोजपुरी songs
हर पार्टी और कैडिडेट ने अपने तरीके से भोजपुरिया गानों की डबिंग करवाई है, जिसमें उनके वादे और एजेंडों को पिरोया गया है। पार्टीज और कैडिडेट्स ने भोजपुरी के हिट सांग्स में वादों और एजेंडों का ऐसा तड़का पिरोया है कि लोग इन गानों को सुनकर झूमे बिना नहीं रह पाते। भोजपुरिया सांग्स में वादों और एजेंडों का तड़का पिरोने का काम प्रोफेशन सिंगर्स से कराया गया है। जिससे ये सुपरहिट गाने वोटर्स के दिल तक पहुंच सके। पार्टियों के प्रचार के लिए गानों की कई सीडी सिटी में डबिंग हुई है तो कई लखनऊ से आई है।
रोजे-रोजे मनावा ईद, दीवाली
नेशनल से लेकर लोकल पार्टियों के कैंडीडेट्स ने वोटर तक पहुंचाने वाली अपनी बातों को भोजपुरी गीतों में पिरो दिया है। इन गीतों में क्षेत्र की विकास के साथ कैंडीडेट्स की तारीफों का पुल बांधा गया है। सपा के लिए 'अइला अखिलेश, मिटी सभी क्लेश, ओ नौजवान बबुआ', बसपा के लिए 'मायावती बहिन की सरकार में बांटे खुशहाली, रोज-रोज मनावा होली दीवाली', भाजपा के लिए 'गोरखपुर का विकास होई तभी, जब प्रदेश में खिली कमल, राष्ट्रीय लोकमंच के लिए 'मिटिहे गरीबी की निशानी, होई पूर्वांचल का विकास अपार' ऐसे अनेक भोजपुरी गीतों से पार्टियां इलेक्शन में अपना प्रचार कर रही है, जिसमें ये पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ वोटर को अधिक भा रहा है।
भोजपुरी गीतों के साथ अब एक्टर भी इलेक्शन कैंपेन में तड़का लगाने को तैयार है। भोजपुरी के सुपरस्टार रविकिशन और एक्ट्रेस नगमा जल्द ही कांग्रेस के लिए वोट मांगते नजर आएंगे। वहीं भोजपुरी दर्शकों के दिल में रहने वाले दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' ने पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह के लिए वोट मांगा। वहीं भोजपुरी एक्टर जीयम सिंह खुद इलेक्शन में अपनी किस्मत अजमा रहे है।