- सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान लगातार काटे जा रहे चालान से सहमी यूनिवर्सिटी व कालेज गोइंग ग‌र्ल्स

- ट्रैफिक पुलिस के चालान काटे जाने से हेलमेट का भी बढ़ गया है कारोबार

GORAKHPUR: गोरखपुर यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड कॉलेजेज में यूजी एडमिशन का दौर शुरू हो चुका है। साथ ही यूजी सेकेंड और थर्ड इयर की क्लास भी स्टार्ट हो चुकी है। यूनिवर्सिटी और कॉलेज है, तो भला साइकिल कहां किसी को भाएगी, इसलिए कैंपस में गाडि़यां फर्राटा भरती भी नजर आ रही हैं। मगर इस बार गाडि़यों के साथ एक बदलाव भी नजर आ रहा है, वह है हेलमेट। डर इस बात का नहीं है कि हेलमेट न पहनने से वह सेफ रहेंगे, बल्कि अब उन्हें चालान का खौफ सता रहा है। खासतौर पर जबसे चालान का रेट बढ़ गया है, तबसे सभी हेलमेट लगाना नहीं भूल रहे हैं।

बाल खराब होगा तो क्या?

यूपी गवर्नमेंट के आदेश के बाद सिटी में सड़क सुरक्षा सप्ताह की स्पेशल क्लास चल रही है, जिसमें ट्रैफिक रूल्स बताए जा रहे हैं। इस दौरान सभी को इसके जुर्माने के बारे में भी जानकारी दी जा रही है, जिसका खौफ अब सभी पर हावी हो गया है। यूनिवर्सिटी क्लास के लिए आ रही श्वेता सिंह, एनम, पूजा, सलोनी व सुभी बताती हैं कि हेलमेट पहनना उनके लिए काफी ऑड फील होता था। बाल भी खराब हो जाते हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस के चालान न हो, इसलिए हेलमेट तो लगाना है।

ब्रांडेड और नॉन ब्रांडेड की है बिक्री

वहीं सिटी के हर चौराहों पर चल रहे चेकिंग के भय से हेलमेट के दुकानों पर भी भीड़ बढ़ गई है। पहले जहां जेंट्स ही हेलमट परचेज करने जाया करते थे। वहीं अब लेडीज, टीन एजर्स और कालेज गोइंग ग‌र्ल्स की भरमार दिखाई दे रही है। आलम यह है कि 700 रुपए शुरू होने वाले ब्रांडेड कंपनी के हेलमेट की एक दिन में करीब 70-80 पीस सेल हो जा रहा है, वहीं 250-600 रुपए वाले नॉन ब्रांडेड हेलमेट की डिमांड काफी बढ़ गई है।

पहले देना पड़ता था जुर्माना - 100

अब जुर्माने की राशि - 500

दोबारा चालान पर पहले - 300

दोबारा चालान पर अब - 1000 रुपए

रोजाना हो रहे चालान - 700

अब तक हुए चलाना - करीब 10,000

Posted By: Inextlive