सोर्सेस के मुताबिक 21 नवंबर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्मंत्री मायावती उत्तर प्रदेश के बंटवारे का प्रस्ताव पेश कर सकती हैं. पालिटिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर ऐसा हुआ तो चुनावों में ये सबसे बड़ा मुद्दा बन सकता है.


माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी समीकरण बनाने के लिये यूपी को 4 भागों में डिवाइड किया जा सकता है. हालाकि इसकी कोई आफीशिअल एनाउंसमेंट नहीं हुई है. सोर्सेस के मुताबिक 21 नवंबर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्मंत्री मायावती उत्तर प्रदेश के बंटवारे का प्रस्ताव पेश कर सकती हैं. पालिटिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर ऐसा हुआ तो चुनावों में ये सबसे बड़ा मुद्दा बन सकता है.ये हैं चार हिस्से 75 जिलों से बना यूपी क्षेत्रफल में इस समय कई देशों से बड़ा है. स्टेट की कैपिटल लखनऊ तक पहुंचने में दूर रह रहे लोगों को कई बार तो 12 से 24 घंटों का सफर तय करना होता है. यूपी का डिवाइडेशन कुछ इस हो सकता है- 
The Eastern part of the state with 32 districts- PoorvanchalThe 22 western districts- Harit PradeshSeven districts- BundelkhandRemaining 14 districts- Central UP

Posted By: Divyanshu Bhard